सिंगरौली से बागपत ले जाए जा रहे चार नाबालिग बरामद, तीन लोगों को गिरफ्तार कर राबर्ट्सगंज में एफआइआर

राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के हिंदुआरी के पास से रविवार को पुलिस ने एक बोलेराे से सात बच्चों को बरामद करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें चार नाबलिग व तीन बालिग बच्चे थे। सभी बच्चों को काम कराने के लिए सिंगरौली से बागपत ले जाया जा रहा था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 08:20 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 08:20 PM (IST)
सिंगरौली से बागपत ले जाए जा रहे चार नाबालिग बरामद, तीन लोगों को गिरफ्तार कर राबर्ट्सगंज में एफआइआर
एक बोलेराे से सात बच्चों को बरामद करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के हिंदुआरी के पास से रविवार को पुलिस ने एक बोलेराे से सात बच्चों को बरामद करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें चार नाबलिग व तीन बालिग बच्चे थे। सभी बच्चों को काम कराने के लिए सिंगरौली से बागपत ले जाया जा रहा था। बालिग बच्चों को छोड़ते हुए नाबलिकों के स्वजनों को सूचना दे दी गई है।

मानव तस्करी के लिए जिले का रास्ता मुफीद बनता जा रहा है। इस रास्ते से हर दिन जिले व इससे सटे प्रदेश के जिलों से हर दिन तस्करी की जा रही है। रविवार की रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की कुछ नाबालिग बच्चों को काम कराए जाने के लिए सिंगरौली से दूसरे जनपद ले जाया जा रहा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने हिंदुआरी के पास वाहनों की जांच शुरू कर दी। इसी बीच एक बोलेरो की जांच की गई तो उसमें सात बच्चे बैठाए गए थे। पुलिस ने राजलाल (16) पुत्र अर्जुन, शंखलाल (14) पुत्र राम सिंह निवासी बगंधा थाना चितरंगी जनपद सिंगरौली, जवाहिर (16) पुत्र सोहनलाल, संतोष (13) पुत्र रामचंद्र निवासी सकेती थाना चितरंगी, जनपद सिंगरौली व तीन बालिक बच्चों को बरामद करते हुए बच्चों को काम कराने लेकर जा रहे सुबिंदर निवासी गुलियानी, थाना बिलौनी जिला बागपत, नवीन कुमार निवासी भैसवाल, थाना गढ़ीउत्ता, जिला बागपत व बोलेरो चालक जगदीश जायसवाल निवासी सकेती, थाना चितरंगी जिला सिंगरौली को गिरफ्तार कर किया। राबर्ट्सगंज कोतवाली प्रभरी सुभाष कुमार राय ने बताया कि सभी बच्चों को खेती कराने के लिए बागपत ले जाया जा रहा था। इस गांव के कई लोग यहां पर काम करते हैं। बच्चों के स्वजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद बच्चों को सुपुर्द कर दिया जाएगा।

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