वाराणसी में ऑक्सीजन एक्सप्रेस से फिर आया चार कंटेनर, दो कंंटेनर DRDO के BHU अस्‍पताल रवाना

पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से ऑक्सीजन एक्सप्रेस रविवार को फिर बनारस होते हुए भदोही के माधो सिंह स्टेशन पहुंची। इस एक्सप्रेस पर ऑक्सीजन से भरे चार कंटेनर लगे हुए थे। इन कंटेनरों को बनारस व आसपास जिलों में कोविड अस्पताल के लिए भेजा गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 01:08 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 01:08 PM (IST)
वाराणसी में ऑक्सीजन एक्सप्रेस से फिर आया चार कंटेनर, दो कंंटेनर DRDO के BHU अस्‍पताल रवाना
इन कंटेनरों को बनारस व आसपास जिलों में कोविड अस्पताल के लिए भेजा गया।

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से ऑक्सीजन एक्सप्रेस रविवार को फिर बनारस होते हुए भदोही के माधो सिंह स्टेशन पहुंची। इस एक्सप्रेस पर ऑक्सीजन से भरे चार कंटेनर लगे हुए थे। इन कंटेनरों को बनारस व आसपास जिलों में कोविड अस्पताल के लिए भेजा गया। यह कंटेनर दुर्गापुर से बनारस के लिए चले थे।

सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर औराई थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह मौके पर मय फोर्स मुस्तैद थे। यहां से दो कंटेनर आक्सीजन ट्रक से वाराणसी के बीएचयू में बन रहे डीआरडीओ के अस्पताल को बाई रोड भेजा गया। तो दो कंटेनर आसपास के अन्य जिलों के लिए रवाना किया गया। दो दिन पहले भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस से चार कंटेनर दुर्गापुर से लाए गए थे इन कंटेनर रोको रामनगर स्थित ऑक्सीजन प्लांट भेजा गया जहां से सिलेंडर को रिफिल कर अस्पतालों के लिए रवाना किया गया।

इससे पूर्व उत्तर रेलवे की ओर से ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई गई थी। यह आक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो से वाया वाराणसी होते हुए लखनऊ तक का सफर तय किया। पहले खेप में एक ऑक्सीजन टैंकर वाराणसी के लिए था  तो तीन लखनऊ के लिए रवाना किया गया। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि कोविड संक्रमण काल में पूर्वांचल के अस्पतालों में आक्सीजन की कमी नहीं हो, इसे देखते हुए आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन किया जा रहा है।

पिछले तीन दिन में दो ऑक्सीजन एक्सप्रेस वाराणसी पहुंची। जिससे आये कंटेनर पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में भेजे गए। बताया कि रेलवे प्रशासन आक्सीजन से भरे कंटेनर को यहां तक लाने की जिम्मेदारी संभाल रहे है। यह जीवन रक्षक आक्सीजन का उपयोग कहां होना है, इसे स्थानीय जिला प्रशासन तय करेगा। यार्ड में कंटेनर उतारकर स्थानीय जिला व पुलिस प्रशासन को सौंप दिया जा रहा है। पूरी सुरक्षा के बीच कंटेनर तय रिफलिंग प्लांट तक भेजे जा रहे हैं।

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