वरुणा कॉरिडोर में वन विभाग लगाएगा 10 फीट लंबे पौधे, पानी में डूबने पर नहीं होगा नष्ट

वरुणा कॉरिडोर के किनारे वन विभाग ऐसे पौधे लगाएगा जो बारिश में डूबने के बाद भी जल्द खराब नहीं होगा। पौधों की लंबाई कम से कम 10 फीट होगी। वन विभाग ऐसेे पौधों का चयन करने के साथ पहले चरण में एक हजार पौधारोपण करेगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 12:06 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 12:06 PM (IST)
वरुणा कॉरिडोर में वन विभाग लगाएगा 10 फीट लंबे पौधे, पानी में डूबने पर नहीं होगा नष्ट
वरुणा कॉरिडोर के किनारे वन विभाग ऐसे पौधे लगाएगा जो बारिश में डूबने के बाद भी जल्द खराब नहीं होगा।

वाराणसी, जेएनएन। वरुणा कॉरिडोर के किनारे वन विभाग ऐसे पौधे लगाएगा जो बारिश में डूबने के बाद भी जल्द खराब नहीं होगा। पौधों की लंबाई कम से कम 10 फीट होगी। वन विभाग ऐसेे पौधों का चयन करने के साथ पहले चरण में एक हजार पौधारोपण करेगा। प्रयोग सफल रहा तो अगले साल विस्तार से पौधारोपण करेगा। वन विभाग ने नगर निगम से पत्राचार कर सहमति मांगी है। वहीं, सिंचाई विभाग से भी पत्राचार करेगा।

वरुणा कॉरिडोर के किनारे पहले काफी संख्या में पेड़-पौधे थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 201 करोड़ रुपये स्वीकृत करते हुए वरुणा कॉरिडोर बनाने का निर्देश दिया। इसके चलते काफी संख्या में हरे पेड़-पौधों की कटाई की गई। सपा सरकार रहते हुए तेजी से काम हुए लेकिन सत्ता परिवर्तन होते ही योजना ठंडे बस्ते में चली गई। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरुणा कॉरिडोर के निर्माण कार्य तेजी से करने को कहा लेकिन अफसरों की लापरवाही के चलते काम आगे नहीं बढ़ सका।

निर्माण कार्य के दौरान कार्यदायी संस्था ने भी पौधारोपण कराया था लेकिन बरसात में वरुणा कॉरिडोर डूबने के साथ पौधे नष्ट हो गए। वरुणा कॉरिडोर की हरियाली लौटाने के लिए वन विभाग ने पौधारोपण करने की योजना बनाई है। प्रभागीय वनाधिकारी महावीर ने बताया कि वरुणा कॉरिडोर नीचले स्तर पर होने के कारण बरसात के साथ डूब जाता है, ऐेसे में सामान्य पौधे वहां लग नहीं पाएंगे। 

पहले चरण में एक हजार पौधारोपण करने की योजना बनाई गई है। जाम और पाकड़ के 10 फीट के पौधे लगाएं जाएंगे। जून माह में बारिश की संभावना है, इसको देखते हुए तेजी से तैयारी की जा रही है। यदि बारिश से पहले पौधारोपण नहीं हो पाया तो बाद में करेंगे। साथ ही तकनीकी राय ली जा रही है। आठ किलोमीटर वरुणा कॉरिडोर में पहले पांच किलोमीटर पौधारोपण किया जाएगा।

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