सोनभद्र में जंगल से नजदीक रहने वाले ग्रामीणों को वन विभाग ने किया जागरूक
घोरावल वन क्षेत्र के घुवास चौकी पर सोमवार को वन्य प्राणी सप्ताह कार्यक्रम के तहत गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में जंगली क्षेत्रों से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को वन्य प्राणियों की सुरक्षा व उनसे बचाव के प्रति जागरूक किया गया।
सोनभद्र, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल में वन्य जीवों के संरक्षण के कार्यक्रमों के बीच वन्य जीवों के संपर्क में रहने वाले लोगों को भी वन विभाग जागरुक कर रहा है। इसके पीछे मंशा वन्य जीवों का संरक्षण ही नहीं बल्कि आसपास रहने वालों के लिए भी तालमेल को लेकर सक्रियता से विभाग से समन्वय को लेकर पहल की जा रही है। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए जानकारी उपलब्ध करवाना इस सप्ताह का उद्देश्य होने के साथ ही वन विभाग ने बताया कि वर्तमान में लगभग 41 हजार प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं। इनके संरक्षण के लिए वन क्षेत्र के आसपास रहने वालों के साथ पहल करने की आवश्यकता भी जताई जा रही है।
घोरावल वन क्षेत्र के घुवास चौकी पर सोमवार को वन्य प्राणी सप्ताह कार्यक्रम के तहत गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में जंगली क्षेत्रों से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को वन्य प्राणियों की सुरक्षा व उनसे बचाव के प्रति जागरूक किया गया। वन विभाग के रेंजर सुरजू प्रसाद ने कहा कि वन्य प्राणी हमारे वनों और हमारे जीवन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। वन्य जीवों के परिवेश को सुरक्षित रखने और इनके संरक्षण के लिए जन सामान्य को जानकारी उपलब्ध करवाना इस सप्ताह का उद्देश्य है। आज प्रकृति से जो भी प्राप्त हो रहा है, सबकी कुछ न कुछ महत्ता है। चाहे वह जीव हो या पेड़-पौधे, सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
यदि वृक्ष हैं तो ही मानव और प्राणियों का जीवन संभव है। वर्तमान समय में लगभग 41 हजार प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं। मनुष्य एवं पृथ्वी के अस्तित्व के लिए और पर्यावरण संरक्षण के लिए वन्य प्राणियों की सुरक्षा ज़रूरी है। यदि अब भी हमारी आंखें खुल जाए तो हम जैव विविधता के हो रहे ह्रास को दूर कर सकते हैं। वन क्षेत्र के पास रहने वाले लोग रात्रि में सदैव सावधान रहें। रात में घरों में रहें और दरवाजे बंद रखें। जंगल के रास्ते जाना आवश्यक हो तो हमेशा समूह में ही जाएं। मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर रखें। उन्होंने कहा कि तेंदुए, भालू जैसे जंगली जानवरों व मगरमच्छों से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाया जाएगा। इस मौके पर कैलाश सिंह बैसवार, वन दारोगा राजन मिश्रा, संतोष कुमार, विश्वजीत, दीनानाथ आदि रहे।