देव दीपावली पर वाराणसी में पहली बार दीपों की रोशनी से जगमग होगी गंगा रेती
वैसे तो देव दीपावली का पर्व हर साल मनाया जाता है। लाखों पर्यटक देव दीपावली का लुफ्त उठाते हैं। परंतु इस बार की देव दीपावली कुछ अलग ही ढंग से मनाई जा रही है। खुद देश के पीएम से लगायत राज्यपाल व सीएम का आगमन होगा।
वाराणसी, जेएनएन। वैसे तो देव दीपावली का पर्व हर साल मनाया जाता है। लाखों पर्यटक देव दीपावली का लुफ्त उठाते हैं। परंतु इस बार कीदेव दीपावली कुछ अलग ही ढंग से मनाई जा रही है। खुद देश के पीएम से लगायतराज्यपाल व सीएम का आगमन होगा। राजघाट से लेकर रामनगर के बीच में फैलेलगभग सात किलोमीटर रेत में लाखों दीपक की टिमटिमाती रोशनी से घाट जगमगहोंगे। इसके लिए सरकारी विभाग के कर्मचारियों सहित तमाम समाजसेवी कोवालंटियर बनाकर दीपक जलाने की जिम्मेदारी दी गई है।
व्यवस्था में किसीतरह की कमी ना हो इसके लिए पूरे गंगा रेती को ब्लॉक में विभाजित किया गयाहै और प्रत्येक ब्लाक में अलग-अलग लोगों की अलग-अलग जिम्मेदारी दी गईहै।यह पहला मौका होगा जब पूरे गंगा रेती में इस तरह के दीपक टी रोशनीजगमगायेंगी। ग्रामीणों के लिए जहां यह अद्भुत नजारा होगा वही पर्यटक भीगंगा रेती पर कलाकारों द्वारा बनाई गई विभिन्न कलाकृतियों को देखकरअभिभूत होंगे।
अलकनंदा को किया गया सैनेटाइजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलकनंदा क्रूज में बैठकर गंगा घाटों से देवदीपावली का नजारा देखेंगे।सोमवार को अलकनंदा क्रूज को सैनेटाइजर कियागया। एसपीजी और सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा सघन जांच की गई। सुरक्षा केलिहाज से अलकनंदा क्रूज के अंदर तथा बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात किया गयाहै । रेत पर ही आराम फरमाते रहे सुरक्षाकर्मी कहा जाता है थकान के बाद कहीं भी नींद आ सकती है। ऐसा ही कुछ नजारारविवार को अवधूत भगवान राम घाट पर खड़ी अलकनंदा क्रूज के समीप गंगा रेतीपर देखने को मिला। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी बालू पर सोते हुए नजरआये तो कुछ बैठे रहे।
ड्यूटी पर सिर्फ कोरोना निगेटिव की तैनाती
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए देवदीपावली पर तैनात सभी अधिकारियों व कर्मियों की कोरोना जांच करायी जा रही है। आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा। पाजिटिव आने वालों को हटा दिया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान शारीरिक दूरी का पूरी तरह अनुपालन कराया जाएगा। मास्क सभी के लिए अनिवार्य होगा। मास्क के बिना किसी को देवदीपावली पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। प्रशासन की ओर से भी मास्क की व्यवस्था की जाएगी।