इस माह में भी नहीं शुरू हो सकेगा सोनभद्र के म्योरपुर हवाई पट्टी से उड़ान

म्योरपुर हवाई पट्टी का विस्तारीकरण कार्य हर हाल में अक्टूबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन यह मुश्किल लग रहा है। अभी तक टर्मिनल भवन बाउंड्रीवाल रिटर्निंग वाल का काम शेष रह गया है जो अक्टूबर में पूरा नहीं हो सकता।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 03:33 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 03:33 PM (IST)
इस माह में भी नहीं शुरू हो सकेगा सोनभद्र के म्योरपुर हवाई पट्टी से उड़ान
इस माह में भी नहीं शुरू हो सकेगा सोनभद्र के म्योरपुर हवाई पट्टी से उड़ान

जागरण संवाददाता, सोनभद्र। म्योरपुर हवाई पट्टी का विस्तारीकरण कार्य हर हाल में अक्टूबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन यह मुश्किल लग रहा है। हाईकोर्ट की तरफ से कुछ कामाें पर रोक लगा देने के चलते एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए टर्मिनल बिल्डिंग, पार्किंग, रिर्टनिंग वाल, चहारदीवारी समेत अन्य कार्य रुक गए हैं। भूमि के मुआवजे को लेकर विवाद के बाद प्रभावित किसान की अपील पर कोर्ट ने कार्य रोकते हुए प्रशासन से जवाब दाखिल करने को कहा था। इस मामले में 20 सितंबर को अगली सुनवाई होनी थी। अब हाईकोर्ट ने इसकी अगली तारीख 18 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। सुनवाई के बाद भी मामले का हल निकलेगा।

सितंबर माह के पहले सप्ताह में म्योरपुर हवाई पट्टी का निरीक्षण करने आए प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद ने संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा था कि हवाई पट्टी योजना केंद्र व प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में है। इसलिए एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के कार्यों में तेजी लाकर अक्टूबर तक इसे हर हाल में पूरा करने को कहा था। इसी बीच हवाई अड्डे के लिए अधिग्रहित भूमि में खुद की भूमि होने का दावा कर रहे जौहर हुसैन ने प्रशासन के समक्ष आपत्ति लगाई थी। कहीं से कोई सुनवाई न होने पर उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। कहा कि करीब तीन बीघा भूमि हवाई अड्डे के दायरे में जाने के बाद उन्हें मुआवजे के तौर पर कुछ न मिलने और खतौनी से नाम हटाने पर हाईकोर्ट जाना पड़ा। हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए मौके पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। पहले मुकदमे की सुनवाई 20 सितंबर को होनी थी, लेकिन कागजात तैयार नहीं होने के चलते राजस्व कर्मियों की अपील पर अब अगली तारीख 18 अक्टूबर को पड़ी है।

विस्तारीकरण से चार प्रदेश को लाभ

म्योरपुर के हवाई पट्टी के विस्तार के बाद जनपद के अलावा तीन राज्यों के चार जिलों के लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इसके बनने से छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, झारखंड का गढ़वा व मध्य प्रदेश का सिंगरौली व सीधी जिले के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। हवाई पट्टी पर नियमित हवाई जहाज न आने के कारण यहां के लोगों को वाराणसी आना पड़ता है।

बढ़ेगी रीजनल कनेक्टविटी

हवाई पट्टी के रन-वे को चौड़ा करने का काम अंतिम चरण में है। भारत सरकार की रीजनल कनेक्टविटी स्कीम में शामिल म्योरपुर हवाईपट्टी से जल्द उड़ान शुरू हो, इसके लिए तेजी से काम चल रहा है। यहां मूलभूत जरूरतों को पूरा करके शीघ्र उड़ान शुरू की जाएगी। इसके बाद अन्य व्यवस्थाओं का भी विस्तार होगा। फिलहाल रन-वे की लंबाई तो यही रहेगी, लेकिन चौड़ाई बढ़ाने का कार्य भी तेजी से पूरा किया जा रहा है।

100 सीटर कामर्शियल विमान होंगे संचालित

म्योरपुर हवाई पट्टी का विस्तारीकरण के बाद 100 सीटर विमान का आवागमन किया जाएगा। विमान रन-वे पर आसानी से आ-जा सकें, इसके लिए रन-वे की चौड़ाई को बढ़ाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। पहले यह चौड़ाई 60 मीटर थी, लेकिन विमान का आकार बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने 90, 150 व 250 मीटर चौड़ाई बढ़ाने पर काम कर रहा है।

हाईकोर्ट के निर्देश के बाद म्योरपुर हवाई पट्टी के विवादित स्थल पर काम रूका हुआ

हाईकोर्ट के निर्देश के बाद म्योरपुर हवाई पट्टी के विवादित स्थल पर काम रूका हुआ है। अभी तक टर्मिनल भवन, बाउंड्रीवाल, रिटर्निंग वाल का काम शेष रह गया है, जो अक्टूबर में पूरा नहीं हो सकता।

- रमेश कुमार, दुद्धी एसडीएम।

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