दीपावली पर वाराणसी में रात आठ से दस तक ही कर सकेंगे आतिशबाजी, 26 दिसंबर तक लागू रहेगा धारा 144

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जनपद के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में धारा-144 दण्ड प्रकिया सहिता के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू की हैं। जो आगामी 26 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। दीपावली के मौके पर रात्रि 8 बजे से रात्रि 10 बजे के मध्य ही आतिशबाजी की जायेगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 03 Nov 2021 02:07 PM (IST) Updated:Wed, 03 Nov 2021 02:07 PM (IST)
दीपावली पर वाराणसी में रात आठ से दस तक ही कर सकेंगे आतिशबाजी, 26 दिसंबर तक लागू रहेगा धारा 144
दीपावली पर वाराणसी में रात आठ से दस तक ही कर सकेंगे आतिशबाजी

जागरण संवाददाता, वाराणसी। जिला मजिस्ट्रेट/जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जनपद के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज, छठ पूजा, कार्तिक पूर्णिमा, क्रिसमस आदि त्योहार परम्परागत रूप से मनाया जायेगा। इसके अतिरिक्त संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली, उप्र लोक सेवा आयोग, प्रयागराज, परीक्षा नियामक आयोग, प्रयागराज एवं अधीनस्थ्य सेवा चयन आयोग, लखनऊ द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षायें भी आयोजित होना प्रस्तावित है। इन अवसरो पर विभिन्न धार्मिक/राजनैतिक/सामाजित संगठनों द्वारा अपने-अपने कार्यक्रम प्रस्तावित किये जा सकते है। इस अवसर पर कतिपय अराजक तत्वों द्वारा अपनी गतिविधियों से जनसुरक्षा, शांति व्यवस्था एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की शुचिता को प्रभावित किए जाने के प्रयास की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। उक्त के दृष्टिगत सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने, विभिन्न आयोगों द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं को शान्तिपूर्ण सम्पन्न कराने तथा उक्त अवसरों पर अराजक तत्वों द्वारा अपनी गतिवधियों के कारण शांति व्यवस्था प्रभावित किए जाने के प्रयासों पर नियंत्रण स्थापित किए जाने तथा कानून एवं शांति व्यवस्था कायम रखने के दृष्टिगत जिला मजिस्ट्रेट/जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जनपद के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में धारा-144 दण्ड प्रकिया सहिता के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू की हैं। जो आगामी 26 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा।

इस दौरान यहकोई भी व्यक्ति/भवन स्वामी अपने भवन में स्थायी/अस्थायी रूप से किरायेदार रखने से पूर्व उसकी लिखित सूचना सम्बन्धित मजिस्ट्रेट/थाना प्रभारी को लिखित रूप से प्राप्त करायेगा तथा सूचना सम्बन्धित मजिस्ट्रेट/थाना प्रभारी को लिखित सूचना प्राप्त कराने के उपरान्त अपने भवन में किरायेदार को प्रवेश प्रदान करेगा। मजिस्ट्रेट/थाना प्रभारी को प्राप्त कराने वाली सूचना में सम्बन्धित भवन स्वामी का पूर्ण विवरण यथा नाम/पिता का नाम/मकान नम्बर व व्यवसाय सहित पूर्ण पता एवं किरायेदारी आरम्भ होने की तिथि/किस तिथि तक के लिए किरायेदार रखा जा रहा है, आदि का विवरण अंकित करने के साथ ही किरायेदार का भी पूर्ण विवरण यथा नाम व पिता का नाम तथा पूरा पता, एवं व्यवसाय आदि का उल्लेख किया जाना आवश्यक होगा। कोई भी व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक स्थान पर किसी भी प्रकार का आग्नेयास्त्र

-बम-भाला-तलवार-भुजाली-लाठी-डंडा, चाकू लेकर नहीं चलेगा और न ही किसी ऐसे अस्त्र-शस्त्र लेकर चलेगा जिसका की उपयोग आक्रमण के लिए किया जाय। अस्त्र-शस्त्र का सार्वजनिक रुप से प्रदर्शन भी प्रतिबन्धित किया जाता है। सिख एवं गोरखा जाति के लोगों, जो प्रथा के अनुसार मात्र खुखरी रखने के हकदार हैं, पर यह प्रतिबन्ध लागू नहीं होगा। शासकीय ड्यूटी पर तैनात अधिकारी/ कर्मचारी जिनके लिए ड्यूटी पर शस्त्र रखना शासन द्वारा अनुमन्य है, पर मात्र शासकीय कार्य अवधि/ ड्यूटी तक के लिए ही यह प्रतिबन्ध शिथिल होगा। कोई भी व्यक्ति साम्प्रदायिक विद्वेश उत्पन्न करने वाला वक्तव्य न तो प्रसारित करेगा और न ही बिना अनुमति के किसी भी प्रकार के धरना जुलूस आदि आयोजित होंगे। न ही समाज में तनाव उत्पन्न करने वाला कोई कृत्य किया जायेगा। किसी भी प्रकार के हैण्ड बिल/पर्चा, प्रकाशित नहीं करेगा और

न ही हैण्ड बिल/पोस्टर/पर्चा दिवाल पर किसी भी स्थान पर चस्पा नहीं किये जायेंगे, और न ही जन- जीवन/शांति व्यवस्था प्रभावित करने के लिए इसका उपयोग करेगा। जुलूस-धरना आयोजन से पूर्व जिला मजिस्ट्रेट अथवा सम्बन्धित मजिस्ट्रेट से शासनादेशानुसार अनुमति प्राप्त किया जाना आवश्यक होगा। कोई भी व्यक्ति/व्यक्तियों का समूह सार्वजनिक स्थल पर मादक पदार्थो आदि का सेवन नही करेगा और न ही इसका प्रयोग कर विचरण करेगा तथा कोई भी ऐसा कार्य नही करेगा, जिससे किसी व्यक्ति धर्म या समुदाय के विरूद्ध अथवा शान्ति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की सम्भावना हो। कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक जन-जीवन किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं करेगा और न ही शांति व्यवस्था प्रभावित करने का प्रयास करेगा। कोई भी व्यक्ति/संगठन या समूह बलपूर्वक सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बन्द नहीं कराया

जायेगा और न ही किसी भी प्रकार से शासकीय भवनों/शासकीय सम्पत्तियों को क्षति पहुंचाया जायेगा। ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग किया जाता है तो मन्द गति से किया जायेगा तथा ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम 2000 द्वारा निर्धारित डेसिबल सीमा के अन्तर्गत ही किया जायेगा, किन्तु रात्रि 10-00 बजे से प्रातः 06-00 बजे तक ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग किसी भी दशा में नही किया जायेगा। ध्वनि प्रदूषण (विनियम एवं नियंत्रण) नियम, 2000 के अनुसार घोषित साइलेन्स जोन (अस्पताल, नर्सिंग होम, प्राथमिक एवं जिला हेल्थ केयर सेन्टर, शैक्षणिक संस्थान, न्यायालय, धार्मिक स्थल एवं अन्य घोषित क्षेत्र) के 100 मीटर के अन्दर पटाखें न फोड़े जाय। ऐसे पटाखों का विकय प्रतिबन्धित रहेगा, जिनमें एण्टीमनी, लीथियम, मरकरी, आरसेनिक लेड के कम्पाउण्ड या स्ट्रांसियम कोमेट या बेरियम साल्ट का प्रयोग किया गया हो। जुड़े हुये पटाखें श्रृंखलाबद्ध पटाखे/लड़ी का विक्रय प्रतिबन्धित रहेगा। पटाखों का ऑनलाईन वेबसाइट जैसे फ्लिपकार्ट, अमेजॉन इत्यादि के माध्यम से विक्रय नही किया जायेगा। दीपावली एवं अन्य ऐसे त्यौहार जिन पर आतिशबाजी की जाती है, उन

त्यौहारों पर रात्रि 8 बजे से रात्रि 10 बजे के मध्य ही आतिशबाजी की जायेगी। किसी भी व्यक्ति/संगठन द्वारा किसी भी फोर व्हीलर गाड़ियों के शीशे पर काली फिल्म/लाल बत्ती/हूटर का प्रयोग पूर्णरूप से प्रतिबन्धित किया जाता है। कोई भी व्यक्ति त्यौहार के दौरान हाकी/स्टिक,लाठी-डण्डा, लोहे की सरिया आदि

लेकर नहीं चलेगा। कोई भी व्यक्ति अपने घर अथवा घर की छत अथवा किसी भी स्थान पर ईंट-पत्थर- आग्नेयास्त्र अथवा विस्फोटक आदि एकत्रित नहीं करेगा और न ही जन-जीवन प्रभावित करने/शांति

व्यवस्था प्रभावित करने के लिए इसका उपयोग करेगा।किसी भी सार्वजनिक स्थान-गली-सड़क आदि स्थान पर 5 या 5 से अधिक व्यक्ति एक साथ एकत्रित नहीं होंगे, जिससे कि शान्ति व्यवस्था प्रभावित होने की सम्भावना बने। यह प्रतिबन्ध धार्मिक आयोजनों/वैवाहिक जुलूसों/मन्दिर-मस्जिद-गुरुद्वारा एवं चर्च में लागू नहीं होगा। साथ ही शव यात्रा पर भी प्रभावी नहीं होगा। कोई भी व्यक्ति/संगठन किसी प्रकार से कोई असामाजिक कृत्य या गतिविधि नहीं करेगा और न ही किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधि वाले व्यक्ति को अपने घर पर प्रश्रय देगा। यातायात के सम्बन्ध में सक्षम अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जो भी निर्देश जारी

किए जाते है, उनका उल्लंघन विभिन्न व्यक्तियों/संगठनो/राजनैतक दलों द्वारा निकाले जाने वाल

जुलूस/प्रदर्शन के दौरान किसी भी दशा में नहीं किया जायेगा। किसी भी व्यक्ति-संस्था आदि द्वारा यातायात अवरूद्व नहीं किया जायेगा, जिससे जन-साधारण

को असुविधा हो। आयोजित होने वाली परीक्षाओं/प्रतियोगिता परीक्षाओं को किसी भी प्रकार से प्रभावित

नहीं किया जायेगा। न ही परीक्षाओं से सम्बन्धित किसी भी प्रकार के पोस्टर/बिल/अभिलेख प्रकाशित/वितरित

किए जायेंगे। परीक्षा भवन/परीक्षा केन्द्र में इलेक्ट्रानिक उपकरणों जैसे-मोबाइल,लैपटाप,पेजर आदि को लेकर जाना पूर्णरूप से प्रतिबन्धित होगा। आयोजित होने वाली परीक्षाओं/प्रतियोगिता परीक्षाओं के समय परीक्षा केन्द्रों की 200 मीटर तक परिधि में व्यक्तियों का एकत्रित होना भी पूर्ण रुप से प्रतिबन्धित होगा। परीक्षा केन्द्रों के आस-पास एक किलोमीटर तक की परिधि में परीक्षा तिथि को परीक्षा अवधि तक फोटो स्टेट/फैक्स आदि की दुकान बंद रहेगी। परीक्षा के समय 200 मीटर तक की परिधि में परीक्षा तिथि को किसी भी प्रकार का

लाउडस्पीकर/ध्वनिविस्तारक यंत्र का प्रयोग पूर्णरूप से प्रतिबन्धित होगा। किसी भी संस्था अथवा व्यक्ति द्वारा कहीं भी किसी भी प्रकार से कोई नयी परम्परा कायम नहीं की जायेगी। कोई भी व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह किसी सार्वजनिक स्थल यथा-बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, छवि ग्रह अथवा धार्मिक स्थल पर प्रज्वलनशील पदार्थ यथा-मिट्टी का तेल, डीजल, पेट्रोल, गैस या अन्य कोई रासायनिक पदार्थ तेजाब आदि को जरीकैन या सिलेण्डर के रूप में लेकर न तो विचरण करेगा औरअनाधिकृत रूप से इनका भण्डारण ही करेगा। किन्तु यह प्रतिबन्ध घरेलू उपयोग में ले जाये जाने वाले मिट्टी के तेल, डीजल, पेट्रोल व रसोई गैस पर लागू नही होगा। वर्तमान में कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। सभी व्यक्तियों द्वारा मास्क/फेस्कवर का प्रयोग किया जायेगा। सभी प्रकार के आयोजन/कार्यक्रम यथा धार्मिक/राजनैतिक/सामाजिक/सांस्कृतिक आदि कार्यों में सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों तथा राज्य सरकार द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। सभी प्रकार के आयोजन/कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के प्रभावी रोकथाम हेतु भारत सरकार/राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा समय समय पर निर्गत दिशा-निर्देशों एवं निर्धारित एसओपी का अनुपालन अनिवार्य रूप सुनिश्चित किया जायेगा।

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