बलिया के नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय आत्‍महत्‍या में अध्यक्ष व पूर्व ईओ पर एफआइआर

बलिया के नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय आत्‍महत्‍या में अध्यक्ष व पूर्व ईओ पर एफआइआर दर्ज किया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 06:31 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 02:49 AM (IST)
बलिया के नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय आत्‍महत्‍या में अध्यक्ष व पूर्व ईओ पर एफआइआर
बलिया के नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय आत्‍महत्‍या में अध्यक्ष व पूर्व ईओ पर एफआइआर

बलिया, जेएनएन। नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय आत्‍महत्‍या मामले में बुधवार को सदर कोतवाली में नगर पंचायत के अध्यक्ष भीम गुप्ता व पूर्व ईओ संजय राव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने ईओ मणिमंजरी के भाई विजयानंद राय की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। परिवार वालों ने नगर पंचायत कार्यालय के टैक्स लिपिक, कंप्यूटर आपरेटर व ठेकेदार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं दिवंगत ईओ के भाई ने कहा कि बहन पर सभी आरोपित फर्जी भुगतान व कार्यों के लिए दबाव बनाते थे।

छह जुलाई की रात नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी (ईओ) मणिमंजरी राय शहर के आवास विकास कालोनी स्थित किराए के फ्लैट में मृत अवस्था में लटकती मिली थीं। मंगलवार की देर रात महावीर घाट पर मणिमंजरी के शव की अंत्येष्टि की गई। मुखाग्नि पिता जय ठाकुर राय ने दी। ईओ की अंत्योष्टि के बाद बुधवार को अपराहृन गाजीपुर से बलिया पहुंचे उनके भाई विजयानंद राय ने कोतवाली में तहरीर दी। तहरीर में नगर पंचायत मनियर के भाजपा अध्यक्ष भीम गुप्ता, टैक्स लिपिक विनोद सिंह तथा कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। भाई ने बताया कि जब कभी वह यहां आते थे तो बहन  कार्यालय से जुड़ीं बहुत सारी दिक्कतें व उत्पीड़न की बातें व समस्याएं साझा करती थीं।

नपं अध्यक्ष, कुछ कर्मचारी और ठेकेदार गलत तरीके से टेंडर कराने तथा भुगतान के लिए बनाया दबाव

नगर पंचायत अध्यक्ष, कुछ कर्मचारी और ठेकेदार गलत तरीके से टेंडर कराने तथा भुगतान के लिए  बहन पर नाजायज दबाव बना रहे थे। इसका वह विरोध कर रही थीं। इस सब मामलों से परेशान होकर उसने जिलाधिकारी से मिलकर खुद को तीन महीने के लिए जिला मुख्यालय से अटैच भी करा लिया था। जब बहन ने पुन: नगर पंचायत मनियर के ईओ पद का कार्यभार संभाला, उसके बाद अध्यक्ष, टैक्स लिपिक व कंप्यूटर ऑपरेटर ने उनका फर्जी हस्ताक्षर बनाकर शासन से धन मंगाया। इसकी जानकारी होने पर बहन ने विरोध किया। बताया कि चेयरमैन ने फरवरी महीने में दो करोड़ के 35 कार्यों का टेंडर आमंत्रित किया था लेकिन बोर्ड से प्रस्ताव न आने की वजह से टेंडर नहीं कराया गया। इसके बाद चेयरमैन फर्जी तरीके से उन पर 35 कार्यों की पत्रावली बनाकर हस्ताक्षर के लिए दबाव बनाने लगे। इनमें 18 कार्य अध्यक्ष के एक रिश्तेदार को दिए गए थे, जिसकी शिकायत मेरी बहन ने एडीएम बलिया से की थी। सदर कोतवाल विपिन सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर धारा 306 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसकी विवेचना क्राइम इंस्पेक्टर रमेश चंद्र यादव कर रहे हैं। इस मामले की गहराई से छानबीन कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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