संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में ज्योतिष ओपीडी के लिए वित्त समिति की हरी झंडी, लाेगाें को मिलेगा सही परामर्श

वर्तमान वैज्ञानिक युग में ज्योतिष व कर्मकांड के प्रति लोगों का विश्वास और बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर ज्योतिष के नाम पर ठगी का भी धंधा फल-फूल रहा है। इसे रोकने के लिए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने ज्योतिष की ओपीडी शुरू करने का निर्णय लिया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 07:10 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:10 AM (IST)
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में ज्योतिष ओपीडी के लिए वित्त समिति की हरी झंडी, लाेगाें को मिलेगा सही परामर्श
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने ज्योतिष की ओपीडी शुरू करने का निर्णय लिया है।

वाराणसी, जेएनएन। वर्तमान वैज्ञानिक युग में ज्योतिष व कर्मकांड के प्रति लोगों का विश्वास और बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर ज्योतिष के नाम पर ठगी का भी धंधा फल-फूल रहा है। इसके चलते ज्योतिष विद्या बदनाम हो रही है। इसे रोकने के लिए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने ज्योतिष की ओपीडी शुरू करने का निर्णय लिया है। ज्योतिष विभाग के प्रस्ताव को कुलपति व वित्त समिति की भी मंजूरी मिल गई है। कोरोना महामारी का संक्रमण थमते ही बीएचयू की तर्ज पर प्रतिदिन सुबह-शाम ज्योतिष की ओपीडी शुरू कर दी जाएगी।

ज्योतिष विभाग के अध्यक्ष प्रो. अमित शुक्ला ने बताया कि कुंडली दिखाने के लिए 200 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। कोई भी व्यक्ति 200 रुपये शुल्क जमा कर तीन फलादेश की जानकारी हासिल कर सकता है। शुल्क की 50 फीसद राशि संबंधित ज्योतिष को बतौर मानदेय देने का प्रस्ताव है, जबकि 50 फीसद राशि में 25-25 फीसद शुल्क विभाग व विश्वविद्यालय कोष में जमा होंगे। कहा कि ज्योतिष परामर्श केंद्र चैत नवरात्र से शुरू करने की योजना थी, इसकी रूपरेखा भी बना ली गई है। कोविड-19 का बढ़ते संक्रमण को देखते हुए फिलहाल इसे स्थगित कर दिया गया। जैसे ही महामारी का प्रकोप कम होगा। ज्योतिष की ओपीडी शुरू कर दी जाएगी ताकि लोगों में उचित दर में परामर्श दिया जा सके। इसके अलावा विवि कर्मकांड के लिए भी पंडित उपलब्ध कराएगा।

ज्योतिष की ओपीडी शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है

ज्योतिष की ओपीडी शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। कोरोना महामारी के चलते फिलहाल इसे कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। कोरोना का प्रकोप कम होते ही ज्योतिष की ओपीडी शुरू कर दी जाएगी ताकि लोगों को उचित दर में सही परामर्श मिल सके।

- प्रो. राजाराम शुक्ल, कुलपति

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