वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर सवा सौ पहुंचा लाशों के जलाने का आंकड़ा, एक साथ जल रही थी 30 चिताएं

कोरोना संक्रमण के बढ़ते फैलाव के बीच हरिश्चंद्र घाट पर संक्रमित शवों के आने का क्रम देर शाम तक बना रहा। स्थिति यहां तक बदतर रही कि घाट की सीढ़ी से सटी सड़क पर भी लाशें रखी हुई थीं। प्राकृतिक शवदाह गृह की गैलरी भी लाशों से भरी रही।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 11:41 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:41 PM (IST)
वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर सवा सौ पहुंचा लाशों के जलाने का आंकड़ा, एक साथ जल रही थी 30 चिताएं
हरिश्चंद्र घाट की मुख्य सड़क और गलियों को विसंक्रमित किया।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते फैलाव के बीच शुक्रवार को हरिश्चंद्र घाट पर संक्रमित शवों के आने का क्रम देर शाम तक बना रहा। स्थिति यहां तक बदतर रही कि घाट की सीढ़ी से सटी सड़क पर भी लाशें रखी हुई थीं। प्राकृतिक शवदाह गृह की गैलरी भी दोपहर में लाशों से भरी रही। यहां दो ही चिमनी पर लाश जलाई जाती है। इसलिए मृतकों के परिजनों को देर तक इंतजार करना पड़ा। घाट पर जहां लकड़ी से अंतिम संस्कार की संख्या रात आठ बजे तक सवा सौ पहुंच गई वहीं प्राकृतिक शवदाह गृह में कोरोना संक्रमित 11 शवों को जलाया गया।

शवों के आने का सिलसिला सुबह तो कम रहा लेकिन दिन चढ़ते ही एकाएक इनकी संख्या अचानक बढ़ने लगी। यहां तक कि घाट से सटे सड़क पर सीएनजी के सामने   लाशें रखी हुई थीं। सामान्य दिनों में ऐसा कभी नहीं होता है।  घाट पर एक साथ 30 लाशें जल रही थी। घाट के चौधरियों के अनुसार रात्रि आठ बजे तक 125 लाशें जलाई जा चुकी थीं। सीएनजी शवदाह गृह पर तैनात मोहित चौधरी ने बताया कि कोरोना संक्रमित 11 शवों को यहां जलाया गया। इसमें सर्वाधिक पांच वाराणसी जनपद की थीं। मिर्जापुर और चंदौली की दो-दो तथा मऊ और बक्सर से एक-एक लाश का अंतिम संस्कार हुआ।

सड़क पर पड़ी रही पीपीई किट

हरिश्चंद्र घाट की सड़क पर सीएनजी शवदाह गृह के पास कोरोना संक्रमित मृतकों के परिजन पीपीई किटको छोड़ कर चले जा रहे थे। जबकि संक्रमण से बचाव की दृष्टि से इन्हें जलाए जाने का नियम है। पीपी किट के इस तरह सड़क किनारे पड़े रहने से लोग सकते में थे।

हरिश्चंद्र घाट की मुख्य सड़क और गलियों को किया गया विसंक्रमित

नगर निगम की टीम ने  दैनिक जागरण की खबर को पढ़कर हरिश्चंद्र घाट की मुख्य सड़क और गलियों को विसंक्रमित किया। इस दौरान दवा युक्त पानी की धार से गलियों और सड़क को धोने के साथ ही दवाओं का छिड़काव भी किया गया। क्षेत्रीय पार्षद राजेश यादव चल्लू विभिन्न गलियों में लेकर टीम को गए और उनके निर्देशन में टीम ने लगभग एक घंटे तक सफाई कार्य किया। इसमें प्रमुखता से मुख्य सड़क से हरिश्चंद्रघाट की गलियों तक में लगी चार पहिया वाहनों की कतारें जैसे तथ्य को प्रमुखता दी गई थी।

chat bot
आपका साथी