वाराणसी में पचास हजार छात्रों को उपाधि इंतजार, अस्थायी डिग्री से चलाना पड़ रहा काम

वाराणसी के महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों को अब भी डिग्री का इंतजार है। दोनों विश्वविद्यालयों में वर्ष 2018 के करीब पचास हजार छात्रों को अब तक उपाधि नहीं मिल सकी है।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 10:23 AM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 10:23 AM (IST)
वाराणसी में पचास हजार छात्रों को उपाधि इंतजार, अस्थायी डिग्री से चलाना पड़ रहा काम
करीब पचास हजार छात्रों को अब तक उपाधि नहीं मिल सकी है।

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों को अब भी डिग्री का इंतजार है। दोनों विश्वविद्यालयों में वर्ष 2018 के करीब पचास हजार छात्रों को अब तक उपाधि नहीं मिल सकी है। दीक्षा समारोह हो जाने के बावजूद भी छात्रों को अस्थायी डिग्री पर काम चलाना पड़ रहा है। स्थायी डिग्री के लिए छात्र विश्वविद्यालय व महाविद्यालय की दौड़ लगा रहे हैं।

एक समय था जब विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोह तीन साल या पांच साल पर होते थे। वहीं दीक्षा समारोह के बाद ही छात्रों को स्थायी डिग्री देने का प्रावधान है। इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता है। स्थायी डिग्री के अभाव में उनकी सर्विस स्थायी नहीं होती थी। छात्रों की समस्याओं को देखते हुए राजभवन ने विश्वविद्यालयों को प्रतिवर्ष दीक्षा समारोह आयोजिक करने का निर्देश दिया। यही नहीं राजभवन राज्य विश्वविद्यालयों में तिथि भी निर्धारित कर दे रहा है। इसका परिणाम यह है कि विश्वविद्यालयों में अब हर वर्ष दीक्षा समारोह आयोजित किया जा रहा है। अफसोस की बात यह है कि दीक्षा समारोह आयोजित करने के बाद भी छात्रों को समय से डिग्री नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। समारोह में मेधावियों को उपाधि बांट कर कोरम पूरा किया जा रहा है। छात्रों को अस्थायी उपाधि से काम चलाना पड़ रहा है। अस्थायी छह माह के लिए मान्य है। ऐसे में छात्रों को बार-बार विश्वविद्यालयों का चक्कर काटना पड़ता है। 

विद्यापीठ के कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने बताया कि विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह के एक साल बाद छात्रों को स्थायी उपाधि दी जाती है। हालांकि आवश्यकता पड़ने पर छात्रों को स्थायी डिग्री प्रदान कर दी जाती है। दूसरी ओर संस्कृत विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक विशेश्वर प्रसाद का कहना है वर्ष 2018 के छात्रों की उपधि बनकर तैयार हो है। मिलान का कार्य अंतिम चरण पर है। इसी माह में सभी परीक्षार्थियों की उपाधि जारी कर दी जाएगी।

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