वाराणसी के भुल्लनपुर स्थित एक गोदाम से एक करोड़ की फेंसाडिल सीरप बरामद, पांच तस्कर गिरफ्तार

स्पेशल टास्क फोर्स की स्थानीय इकाई ने सोमवार को वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र के भुल्लनपुर स्थित एक गोदाम पर छापेमारी कर अवैध तरीके से तस्करी कर पूर्वाेत्तर राज्यों में भेजी जाने वाले एक करोड़ रुपये की (50700 शीशी) फेन्साडिल सीरप बरामद की।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 06:39 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 06:39 PM (IST)
वाराणसी के भुल्लनपुर स्थित एक गोदाम से एक करोड़ की फेंसाडिल सीरप बरामद, पांच तस्कर गिरफ्तार
वाराणसी के भुल्लनपुर स्थित एक गोदाम पर छापेमारी कर अवैध तरीके से तस्करी करने वालों को गिरफ्तार किया है।

वाराणसी, जेएनएन। स्पेशल टास्क फोर्स की स्थानीय इकाई ने सोमवार को रोहनिया थाना क्षेत्र के भुल्लनपुर स्थित एक गोदाम पर छापेमारी कर अवैध तरीके से तस्करी कर पूर्वाेत्तर राज्यों में भेजी जाने वाले एक करोड़ रुपये की (50700 शीशी) फेन्साडिल सीरप बरामद की। इस संबंध में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया। पिछले दिनों भी इसी तरह एसटीएफ ने सीरप की बड़ी बरामदगी की थी। गिरफ्तार आरोपितों में लालपुर थानांतर्गत पांडेयपुर क्षेत्र निवासी सुनील पांडेय, ईश्वरगंगी क्षेत्र निवासी प्रदीप जायसवाल, बड़ागांव थानांतर्गत डिगिया निवासी सुनील कुमार सरोज, जौनपुर के धर्मापुर निवासी वीरेंद्र पासवान उर्फ बबलू, गाजीपुर के सैदपुर के अमुआरा निवासी किशन यादव शामिल हैं।
विगत दिनों से एसटीएफ को सूचना प्राप्त हो रही थी कि अंतरप्रांतीय गिरोहों द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों से मादक पदार्थों एवं दवाओं को तस्करी कर पूर्वाेत्तर राज्यों में भेजा जा रहा है, जहां इन दवाओं का उपयोग नशा करने के लिये किया जा रहा है। इस संबंध में कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए थे। इस क्रम में एसटीएफ फील्ड इकाई सूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी कि तभी पता चला कि भुल्लनपुर में कहीं पर गोदाम बनाकर फेंसाडिल सीरप को अवैध रूप से लाकर रखा जाता है और उसके बाद उसे पूर्वोत्तर राज्यों एवं अन्य जगहों पर तस्करी के माध्यम से भेजा जाता है। इस पर निरीक्षक अनिल सिंह के नेतृत्व में औषधि निरीक्षक को साथ लेकर एसटीएफ की टीम ने प्रदीप जायसवाल के गोदाम में छापेमारी की। इस दौरान वहां अवैध रूप से रखे गये औषधियों के बीच से फेन्साडिल सीरप को ट्रक पर तस्करों द्वारा लोड किया जा रहा था।
नशे के लिए ऊंचे दामों पर होती है बिक्री
गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि इसे कफ सीरप के रूप में उपयोग किया जाता है। इसमें कोडिन नामक केमिकल पाया जाता है, जिसे एक साथ अधिक मात्रा में लेने पर नशा होता है। बिहार, पश्चिम बंगाल व पूर्वाेत्तर राज्यों में नशा करने वाले लोग इसका प्रयोग नशीले पदार्थ के रूप में करते हैं और यह वहां पर ऊंचे दामों पर बिकता है।
सहारनपुर से मंगाया गया था सीरप
फेंसाडिल सिरप को मेसर्स उमा मेडिकल के भारतपुरम कालोनी देवपोखरी बजरडीहा, थाना भेलूपुर के नाम व पते पर सचिन मेडिकोज फार्मास्यूटिकल बजोरिया रोड प्रथम तल थाना जनकपुरी निकट तारावती हास्पिटल जनपद सहारनपुर से मंगाया गया था। इसके अतिरिक्त फेंसाडिल सीरप को अन्य जनपदों से भी तस्करी के माध्यम से लाकर आरोपित प्रदीप जायसवाल के गोदाम में रखते थे।
आसाम पहुंचाना था माल
आरोपित वीरेंद्र पासवान ने पूछताछ में यह भी बताया कि मतलूब अहमद खान द्वारा मीरजापुर से 25 टन चावल की बिल्टी बनवाकर 23 टन चावल लोडकर भुल्लनपुर गोदाम पर बुलवाया गया था। उक्त फेंसाडिल सीरप को चावल की बोरियों के बीच में छुपाकर गुवहाटी (आसाम) पहुंचाना था। वहॉं पहुचने के बाद मतलूब अहमद खान बताता कि इसे किसे देना है। इसे पहुंचाने के लिये 40 हजार रुपये प्रति चक्कर उसे अतिरिक्त मिलता है। आरोपितों को रोहनिया थाने में दाखिल कर धारा-8/21 एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज कराया गया है।

chat bot
आपका साथी