जौनपुर में जंग खा रही फेको मशीन, आंखों के उजाले पर लगा अव्‍यवस्‍था का ग्रहण

लेंस प्रत्यारोपण कर आंखों की ज्योति लौटाने की योजना पर वैश्विक महामारी कोरोना का ग्रहण लग गया है। जिला अस्पताल में फेको मशीन कई साल से जंग खा रही है वहीं चिकित्सक व लेंस आपूर्ति न होने का बहाना बनाकर मरीजों का शोषण किया जा रहा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 09:11 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 09:11 PM (IST)
जौनपुर में जंग खा रही फेको मशीन, आंखों के उजाले पर लगा अव्‍यवस्‍था का ग्रहण
साधन संपन्न लोग तो प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में आपरेशन करा ले रहे हैं।

जौनपुर, जागरण संवाददाता। जिले में नेत्र विभाग में लेंस प्रत्यारोपण कर आंखों की ज्योति लौटाने की योजना पर वैश्विक महामारी कोरोना का ग्रहण लग गया है। जिला अस्पताल में फेको मशीन कई साल से जंग खा रही है, वहीं चिकित्सक व लेंस आपूर्ति न होने का बहाना बनाकर मरीजों का शोषण किया जा रहा है। साधन संपन्न लोग तो प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में आपरेशन करा ले रहे हैं, लेकिन तमाम गरीब-गुरबे अंधेरे में जीवन गुजारने को विवश हैं। जिम्मेदार इस खामी से अनजान हैं।

राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत हर साल लक्ष्य निर्धारित करके लेंस प्रत्यारोपण किया जाता है। इसके लिए सप्ताह में दो दिन तय है वहीं जिला अस्पताल में हर दिन यह सुविधा प्रदान की गई है। वैसे तो यह अभियान सालभर चलता है, लेकिन ठंड के सीजन में मरीज आपरेशन कराना अधिक बेहतर मानते हैं। व्यवस्था में खामी कहें या जिम्मेदारों की लापरवाही कि जिले में यह अभियान खानापूर्ति तक सीमित है। चश्मा व दवा के अभाव में जहां कार्यक्रम प्रभावित है, वहीं प्रशिक्षित चिकित्सक न होने के कारण आठ साल से जिला चिकित्सालय की फेको मशीन जंग खा रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक फेको विधि लेंस प्रत्यारोपण की आधुनिक पद्धति है।

न लक्ष्य, आया न बजट : राष्ट्रीय कार्यक्रम अंधता निवारण लापरवाही की भेंट चढ़ गया है। इस साल जहां अभी तक लक्ष्य नहीं आया नहीं बजट अवमुक्त किया गया। पैसे के अभाव में लेंस व आवश्यक दवाओं की खरीद नहीं हो पाई है। दूसरी तरफ अभियान की तैयारी में जनपद स्तर पर भी सुस्ती है। मड़ियाहूं का माइक्रोस्कोप कालातीत हो गई है, शाहगंज, बदलापुर व मछलीशहर में चिकित्सक ही नहीं है। जिला अस्पताल छोड़कर किसी भी केंद्र पर लेंस प्रत्यारोपण का कार्य नहीं शुरू हुआ है।

यहां है लेंस प्रत्यारोपण की सुविधा : उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय, लीलावती नेत्र चिकित्सालय, सीएचसी बदलापुर, सीएचसी केराकत, सीएचसी मछलीशहर, सीएचसी शाहगंज व सीएचसी मड़ियाहूं।

लीलावती चिकित्सालय लगेगा अत्याधुनिक माइक्रोस्कोप : भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह लीलावती देवी महिला चिकित्सालय को गोद लेकर जीर्णोद्धार करा रहे हैं। राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डाक्टर एससी वर्मा ने बताया कि यहां भवन के मरम्मत के साथ ही 18 बेड, अत्याधुनिक ओटी, एसी आदि संसाधन वह उपलब्ध करा रहे हैं। इतना ही नहीं मद्रास से 14 लाख का माइक्रोस्कोप भी वह मंगा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसा माइक्रोस्कोप जिले के किसी प्राइवेट व सरकारी अस्पताल में नहीं है। इस केंद्र पर दीपावली बाद आपरेशन शुरू कर दिया जाएगा। नोडल अधिकारी ने बताया कि केराकत में बिगड़े माइक्रोस्कोप का मरम्मत कराकर लेंस प्रत्यारोपण करा दिया गया है। अभियान के लिए शासन से लक्ष्य व बजट का इंतजार है।

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