श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन में मंगला आरती का शुल्क 700, सोमवार को 1500 रुपये

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन भर मंगला आरती के लिए 700 रुपये तो इस महीने हर सोमवार 1500 रुपये शुल्क लिया जाएगा। आम दिनों में मंगला आरती के लिए 350 रुपये शुल्क लगता है। गुरुवार को आरती-अनुष्ठान शुल्क की नई दरें जारी कर दी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 06:40 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 11:38 AM (IST)
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन में मंगला आरती का शुल्क 700, सोमवार को 1500 रुपये
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन भर मंगला आरती के लिए 700 रुपये तो हर सोमवार 1500 रुपये शुल्क लिया जाएगा।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन भर मंगला आरती के लिए 700 रुपये तो इस महीने हर सोमवार 1500 रुपये शुल्क लिया जाएगा। आम दिनों में मंगला आरती के लिए 350 रुपये शुल्क लगता है। बाबा को प्रिय विशेष मास के लिए मंदिर सीईओ सुनील कुमार वर्मा ने गुरुवार को आरती-अनुष्ठान शुल्क की नई दरें जारी कर दी।

इसमें सावन भर सुगम दर्शन शुल्क 300 के बजाय 500 और सोमवार के लिए 750 रुपये किया गया है। एक शास्त्री से रुद्राभिषेक 450 के स्थान पर 700 रुपये और पांच शास्त्री से 1380 के बजाय 2100 रुपये किया गया है। इसके लिए अभी क्रमश: 450 व 1380 रुपये लगते हैैं। हालांकि मध्याह्न भोग आरती, सप्तर्षि व रात्रि शृंगार भोग आरती का शुल्क 180 से बढ़ाकर 200 रुपये ही किया गया है।

वहीं श्रावण सोमवार संन्यासी भोग के लिए 7500, अखंड दीप के लिए 700, रुद्राभिषेक 20 वर्ष के लिए 25000, महामृत्युंजय जप (32 शास्त्री एक दिन) के लिए एक लाख व सात शास्त्री से पांच दिन में कराने के लिए 51 हजार रुपये मंदिर कोष में जमा करने होंगे। सावन सोमवार शृंगार के लिए 15000 रुपये व पूर्णिमा शृंगार को 3700 रुपये शुल्क देना होगा।

हर सोमवार विविध रूप शृंगार

सावन 25 जुलाई से लग रहा है। इस बार पांच सोमवार पड़ रहे हैैं। हर सोमवार बाबा का अलग-अलग रूप शृंगार किया जाएगा। पहले सोमवार (26 जुलाई) को शिव शृंगार, द्वितीय सोमवार (दो अगस्त) को शिव-पार्वती शृंगार, तृतीय सोमवार (नौ अगस्त) को अद्र्धनारीश्वर शृंगार, चौथे सोमवार (16 अगस्त)को रुद्राक्ष शृंगार और पांचवें सोमवार को शिव-पार्वती-गणेश की चल प्रतिमाओं का झूला शृंगार होगा।

अबकी सावन में कारिडोर चौक होते बाबा दर्शन को जाएंगे श्रद्धालु

अबकी सावन में बाबा भक्त श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में नया अहसास पाएंगे। इस बार श्रद्धालुओं को कारिडोर चौक होते गर्भगृह में प्रवेश मिलेगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मैदागिन की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर चार यानी छत्ताद्वार होते हुए मंदिर चौक भेजा जाएगा। उन्हें मंदिर परिसर के गेट-ए से प्रवेश देकर गर्भगृह के पूर्वी प्रवेश द्वार पर जल चढ़ाने की व्यवस्था मिलेगी। बांसफाटक से ढुढिऱाज गली होते आने वाले श्रद्धालु मंदिर परिसर के गेट-डी से प्रवेश पाएंगे और गर्भगृह के पश्चिमी द्वार से दर्शन व जलाभिषेक कर सकेंगे। सरस्वती फाटक की ओर से आने वाले श्रद्धालु गर्भगृह के दक्षिणी द्वार और वीआइपी-वीवीआइपी व सुगम दर्शन के टिकटधारी गेट-सी से प्रवेश कर गर्भगृह के उत्तरी द्वार से दर्शन करेंगे। सावन में इस बार भी हर सोमवार झांकी दर्शन होगा।

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