हेल्पिंग हैंड्स से जरुरतमंदों की मदद कर रहे युवा छात्र, पिता की मौत ने दिया मदद का मकसद
इस संस्था की मुहिम को युवा कई राज्य एवं अलग अलग शहरों में चला रहे हैं। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद हो रही है। इलाज में मदद ही नहीं बल्कि युवाओं की टीम जरूरतमंदों को प्लाजा और ब्लड भी डोनेट कर रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कारण मरीजों को अस्पताल में बेड, वेंटीलेटर, आक्सीजन तथा आईसीयू में भर्ती होने के लिए घंटो लाइन लगाने वालों की पीड़ा देख युवाओं ने मदद के लिए संस्था बनाई और कई शहरों में इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पीड़ित और जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं।इसकी पहल दुर्गाकुंड के रहने वाले एमबीए छात्र श्वेताभ नागवंशी ने अपने साथ पढ़ने वाले दोस्तों के साथ व्हाट्सएप्प और फेसबुक, ट्वीटर और मोबाइल के हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से “हेल्पिंग हैंड्स” नामक संस्था से दर्जनों लोगों की मदद कर रहे हैं।अपनी संस्था में युवा ज़्यादातर लड़के-लड़कियां जो किसी ना किसी कॉलेज के पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को जोड़ रहे हैं। इस संस्था की मुहिम को युवा कई राज्य एवं अलग अलग शहरों में चला रहे हैं। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद हो रही है। इलाज में मदद ही नहीं बल्कि युवाओं की टीम जरूरतमंदों को प्लाजा और ब्लड भी डोनेट कर रहे हैं।
पिता की मौत के बाद "हेल्पिंग हैंड्स" से कर रहे मदद
युवाओं ने 'हेल्पिंग हैंड्स" समूह नामक संस्था बनाकर लोगों की मदद का बीड़ा उठाया जिसमें अब 50 से ज्यादा छात्र जुड़कर कोरोना के इलाज तथा इमरजेंसी सेवाओं के लिए लोगों की मदद कर रहे हैं। संस्था का संचालन करने वाले श्वेताभ सिंह नागवंशी ने बताया कि वृजइन्क्लेव सुंदरपुर के रहने वाले दोस्त ऋषभ त्रिपाठी को रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल पाया जिसके कारण उसके पिता की जान चली गई। इस घटना से आहत युवाओं ने लोगों की कदम का वीणा उठाया है।इसके लिए अलग अलग जगहों पर हेल्पलाइन नंबर के जरिये लोगों की मदद कर रहे हैं। अभिषेक पाण्डेय व सूरज त्रिवेदी कानपुर , लखनऊ (+917309760157) ,आराध्या मिश्र-प्रयागराज,जौनपुर (+919956599333), विकास मिश्र और आयुष टंडन नई दिल्ली, एनसीआर (+919026396402), पार्थ रमन-पंजाब एवं उत्तरी उत्तरप्रदेश, श्वेताभ सिंह, वाराणसी +917786893002 में लोगों की मदद और इलाज के लिए मार्गदर्शन कर रहे हैं।