किफायती मिनी ट्रैक्टर से किसान खुद जोतेंगे खेत, एक लीटर तेल में जोतेगा डेढ़ बीघा खेत
ब किसानों को अपने खेतों की जोताई के लिए दूसरों की राह नहीं देखनी होगी। यह मिनी ट्रैक्टर महज एक लीटर तेल में ही डेढ़ बीघे खेतों को जोत सकता है।
वाराणसी, जेएनएन। अब किसानों को अपने खेतों की जोताई के लिए दूसरों की राह नहीं देखनी होगी। आइआइटी, बीएचयू के मोडेक्स 2020 में गोरखपुर के बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से आए दो छात्र गजेंद्र पांडेय व अभिषेक मल अपने साथ एक ऐसा मिनी ट्रैक्टर लेकर आए हैं, जो कि बिलकुल मोटर साइकिल की तरह है। इससे किसान अपने खेतों को खुद ही जोत सकता है। इसके पीछे लगे कल्टीवेटर की मदद से वे सारे काम हो सकते हैं जो कि एक ट्रैक्टर खेतों में कर सकता है।
गजेंद्र ने बताया कि बाजार में आने के बाद यह महज 25 हजार रुपये में किसानों को मिलेगा। किफायती होने के साथ ही किसानों के लिए चलाने में भी बेहद सर्वसुलभ है। एक आम ट्रैक्टर से एक बीघा खेत की जोताई के लिए चार सौ रुपये खर्च करना पड़ता है, जबकि यह मिनी ट्रैक्टर महज एक लीटर तेल में ही डेढ़ बीघे खेतों को जोत सकता है।
हैक नहीं होगा यह लॉक सिस्टम
बनारस से ताल्लुक रखने वाले छात्र आलोक पटेल ने एक ऐसा एडवांस लॉक सिस्टम बनाया है, जिसे एटीएम मशीन में इंस्टाल कर दिया जाए तो कोई दूसरा व्यक्ति आपके कार्ड से कभी भी पैसा नहीं निकाल पाएगा। वहीं यह लॉक प्रणाली कभी हैक भी नहीं की जा सकती, क्योंकि यह बिना इंटरनेट के चलती है। इस सिस्टम के साथ एक घड़ी भी प्रदान की जाती है, जो कि धन निष्कासन के समय हर बार बदल-बदल कर पासवर्ड देती है। इस लॉक को बनाने के पीछे आलोक का मकसद उपभोक्ताओं को हैकिंग व डिजिटल चोरी के खतरे से सुरक्षित रखना है।
आलोक के मुताबिक अगर घड़ी व कार्ड दोनों चोरी हो जाता है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं। घड़ी में जो पासवर्ड आता है, उसमें आपको अंक बदलने का विकल्प भी मिलता है। वहीं अंकों को वे ही लोग बदल पाएंगे जिनका कार्ड है। मसलन जो ग्राहक इस सुविधा को लेना चाहे, बैंक से कार्ड लेते समय कोड के एक डिजिट बदलने का आसान सूत्र भी प्राप्त कर सकेंगे।