धान बेचने के लिए किसानों को कराना होगा आनलाइन पंजीयन, धान का समर्थन मूल्‍य जारी

मीरजापुर में धान बेचने के लिए किसानों को आनलाइन पंजीयन कराना होगा। आगामी एक नवंबर से 28 फरवरी तक जिले में धान की खरीद की जाएगी। किसानों से पारदर्शितापूर्ण धान खरीद की तैयारियों में खाद्य विभाग जुट गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 14 Aug 2021 08:00 AM (IST) Updated:Sat, 14 Aug 2021 08:00 AM (IST)
धान बेचने के लिए किसानों को कराना होगा आनलाइन पंजीयन, धान का समर्थन मूल्‍य जारी
धान का न्यूनतम मूल्य 1940 रुपया कामन धान एवं 1960 रुपया ग्रेड ए धान प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। धान बेचने के लिए किसानों को आनलाइन पंजीयन कराना होगा। आगामी एक नवंबर से 28 फरवरी तक जिले में धान की खरीद की जाएगी। किसानों से पारदर्शितापूर्ण धान खरीद की तैयारियों में खाद्य विभाग जुट गया है। इस वर्ष धान का न्यूनतम मूल्य 1940 रुपया कामन धान एवं 1960 रुपया ग्रेड ए धान प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। धान क्रय केंद्र ब्लाकवार स्थापित किए जाएंगे। 

खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में मूल्य समर्थन योजना के तहत आगामी धान खरीद वर्ष 2021-22 में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान क्रय किया जाएगा। 01 नवंबर 2021 से 28 फरवरी 2022 तक जिले में धान खरीद होगी। धान खरीद के पूर्व किसानों को आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। धान खरीद का रजिस्ट्रेशन खाद्य विभाग के पोर्टल पर किसान सीधे घर बैठे स्वयं कंप्युटर से अथवा नजदीकी साइबर कैफे व जनसुविधा केंद्र पर जाकर कर सकते हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि धान खरीद में रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक के प्रथम पृष्ठ की छायाप्रति, भू अभिलेख खतौनी छायाप्रति लेकर जाना होगा। किसानों के रजिस्ट्रेशन के उपरान्त रजिस्ट्रेशन संख्या व अन्य अभिलेख सहित धान क्रय अवधि में विक्रय हेतु केंद्र पर पहुंचेंगे।

फसल तैयार होने की ओर : धान की फसल आधी तैयार हो चुकी है, जबकि अगेती फसल भी उम्‍मीद है कि जल्‍द ही तैयार हो जाएगी। जबकि अक्‍टूबर के अंत तक सभी फसलें तैयार होकर उनकी कटाई का दौर भी शुरू हो जाएगा। इस लिहाज से विभागीय तैयारी भी शुरू हो चुकी है।  

बोले अधिकारी : क्रय केंद्र प्रभारी आगामी धान खरीद योजना वर्ष 2021-22 के लिए किसानों का रजिस्ट्रेशन एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य का प्रचार-प्रसार करें। इससे अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ मिल सके। फ्लैक्सी बैनर, पोस्टर, मंडी स्थल सहित सार्वजनिक स्थानाें पर लगवाकर कराए। - यूपी सिंह, एडीएम वित्त व राजस्व, मीरजापुर।

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