आजमगढ़ में किसानों ने सीखा आय दोगुनी करने का तरीका, वर्मी कंपोष्ट और विपणन की मिली जानकारी
डा. एके यादव ने फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। कहाकि वातावरण बेहतर करने के मृदा स्वास्थ्य सुधार पर विशेष बल देते हुए केंचुआ पालन को समय की जरूरत भी बताई। इससे पूर्व डा. आरके सिंह ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण का दीप प्रज्वलित कर शुभांरभ किया गया।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। वर्मी कंपोष्ट की उपयोगिता बताने के साथ उसे बनाने एवं विपणन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। किसान उत्साहित होकर विज्ञानियों की बातें सुनने के साथ जिज्ञासाएं शांत करने के लिए बीच- बीच में उनसे सवाल- जवाब भी कर रहे थे।
विज्ञानी एवं कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डा. अारके सिंह ने कहाकि आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर अभियान चला रहा है। हमारा यह कृषि विज्ञान केंद्र उस सोच को आगे बढ़ाने को पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रहा है। इस प्रशिक्षण शिविर में किसानों को खेती के जरिए तरक्की के उपाय सुझाने के साथ उसे मंजिल पाने तक मदद में खड़े भी रहेंगे। वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन एवं विपणन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। यह भी कहा कि हम निश्शुल्क केंचुआ भी उपलब्ध कराएंगे। प्रशिक्षण संयोजक डा. शेर सिंह ने जैविक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह स्वरोजगार सृजन का महत्पूर्ण जरिया भी है।
डा. एके यादव वरिष्ठ विज्ञानी ने फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। कहाकि वातावरण बेहतर करने के मृदा स्वास्थ्य सुधार पर विशेष बल देते हुए केंचुआ पालन को समय की जरूरत भी बताई। इससे पूर्व डा. आरके सिंह ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण का दीप प्रज्वलित कर शुभांरभ किया गया। कहाकि सरकार किसानी को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं भी चला रही है। हमें, उससे जानने एवं समझने की जरूरत है। किसानी में तकनीकि का तड़का लगाते हुए सरकारी योजनाओं की मदद लें तो खेती करियर संवारने का सशक्त जरिया बन सकता है। प्रशिक्षण में घनश्याम यादव, तूफानी यादव, चन्द्र भान सिंह, अजय, प्रदीप सिंह सहित कुल 25 प्रतिभागी शामिल हैं। संचालन डा. आरपी सिंह ने किया।