बलिया जिले में नहीं खरीद रहे गेहूं, केंद्रों पर किसान लाचार, ट्रैक्टर ट्रालियों की लगी कतार

गेंहू क्रय केंदों पर किसानों की फजीहत कम होते नहीं दिख रही है। पंजीयन कराने के बाद भी किसानों को गेहूं बिक्री करने में कम से कम 10 दिन दौड़ना पड़ रहा है। अलग-अलग केंद्रों पर दबंगई भी बेहिसाब है। 71 क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद हो रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:20 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:20 AM (IST)
बलिया जिले में नहीं खरीद रहे गेहूं, केंद्रों पर किसान लाचार, ट्रैक्टर ट्रालियों की लगी कतार
गेंहू क्रय केंदों पर किसानों की फजीहत कम होते नहीं दिख रही है।

बलिया, जेएनएन। जनपद में गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों की फजीहत कम होते नहीं दिख रही। कम पंजीयन कराने के बाद भी किसानों को गेहूं बिक्री करने में 10 दिन दौड़ना पड़ रहा। केंद्रों पर दबंगई भी बेहिसाब है। 71 क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद हो रही है। 78,962 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी अब तक हुई है। केंद्रों के बाहर किसान ट्रैक्टर ट्रालियों पर बाेरी लादे किसान गेहूं की तौल कराने के लिए परेशान हैं लेकिन उनकी तौल नहीं हो पा रही है। किसानों में हर दिन तू-तू, मैं-मैं हो रही है। गेहूं खरीद की लचर व्यवस्था से तंग अधिकांश किसान अब अपना गेहूं बाजारों या बिचौलियों के यहां बेचने लगे हैं। गेहूं खरीद के लिए यदि समय नहीं बढ़ाया गया तो जनपद में भारी संख्या में किसानों को अपना गेहूं बिचौलियों से बेचना पड़ेगा।

जनपद में गेहूं क्रय केंद्रों की स्थिति

78962 : मीट्रिक टन अब तक क्रय

71 : कुल केंद्र

40 : पीसीएफ

25 : खाद्य विभाग

04 : मंडी

02 : एफसीआई

बोले अधिकारी : गेहूं क्रय के लिए जिस तरह के निर्देश प्राप्त हुए हैं, उसी तरह क्रय किया जा रहा है। गोदाम से उठान की जिम्मेदारी जिनको दी गई है, उनको चेताया गया है। क्रय की तिथि को लेकर अभी तक कोई निर्देश नहीं प्राप्त हुए हैं। -  अविनाश अग्रवाल, जिला विपणन अधिकारी

गेहूं क्रय की अंतिम तिथि को लेकर बढ़ी धुकधुकी

नगरा : शासन ने गेंहू खरीद के लिए अंतिम तिथि 15 जून निर्धारित किया है। अब एक दिन शेष बचा है। ऐसे में किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें उभर आईं हैं। अंतिम तिथि को लेकर किसानों की धुकधुकी बढ़ गई है। क्रय केद्रों पर गेहूं लदी ट्रैक्टर ट्रालियों की लंबी कतारें लगी हैं। यदि खरीद की तिथि बढाई नहीं गई तो किसान अपने गेहूं को घर वापस ले जाकर औने-पौने दामों पर बिचौलियों के हाथों बेचने पर मजबूर हो जाएंगे। रविवार को हर केंद्र पर खरीदारी का कार्य ठप रहा। किसान अपने ट्रालियों की रखवाली करते रहे। शासन के आदेशानुसार क्रय केंद्रों को हर रोज पचास किसानों का 350 क्विंटल ही धान खरीदना था। सप्ताह में दो दिन शुक्रवार व शनिवार को बडे किसानों का 150 क्विटंल प्रति किसान खरीदारी करनी थी। जब से आदेश आया है तभी से किसानों को गेहूं बेचने में दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। जूडनपुर के जूनियर हाइस्कूल में संचालित किसान उपभोक्ता सहकारी समिति पर रविवार को एक दर्जन गेहूं लदी ट्रैक्टर ट्रालियां खडी थीं। साधन सहकारी समिति नगरा क्रय केंद्र पर भी 10 ट्रालियां लगीं थीं। जूडनपुर के प्रभारी रामजन्म यादव ने बताया कि जबरन रात के समय लाकर किसान ट्राली खडी कर दे रहे हैं।

बोले किसान

सरकार गेहूं खरीद के नाम पर किसानों के साथ छलावा कर रही है। वह जानबूझ कर बिचौलियों के हाथों गेहूं बेचवाना चाहती है। - धनंजय पांडेय, किसान

किसानों की आड़ में क्रय केंद्रों द्वारा बिचौलियों से गेहूं खरीदा जा रहा है। गेहूं बेचने के लिए किसान परेशान हैं। ऐसे में शासन को चाहिए की खरीद की तिथि को आगे बढाए। - नित्यानंद पांडेय, किसान

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