हे, ईश्‍वर! बीएचयू के कोरोना वार्ड में बिना पीपीई किट मरीज की देखभाल कर रहा था परिजन

बीएचयू के इमरजेंसी वार्ड में बुधवार को एक 43 वर्षीय मरीज सरिता राय आक्सीजन के लिए काफी देर तक तड़पती रही। जब वहां पर मौजूद डॉक्टर से कहा गया कि बगल वाले बेड पर एक सिलेंडर खाली रखा हुआ है तो जवाब आया कि फ्लोमीटर नहीं है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 06:24 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 06:24 PM (IST)
हे, ईश्‍वर! बीएचयू के कोरोना वार्ड में बिना पीपीई किट मरीज की देखभाल कर रहा था परिजन
एक 43 वर्षीय मरीज सरिता राय आक्सीजन के लिए काफी देर तक तड़पती रही।

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के इमरजेंसी वार्ड में बुधवार को एक 43 वर्षीय मरीज सरिता राय आक्सीजन के लिए काफी देर तक तड़पती रही। जब वहां पर मौजूद डॉक्टर से कहा गया कि बगल वाले बेड पर एक सिलेंडर खाली रखा हुआ है, तो जवाब आया कि फ्लोमीटर नहीं है।

मरीज के परिजन आनन-फानन में फ्लोमीटर के लिए भटकते रहे मगर उन्हें कहीं पर भी नहीं मिला। अंत में जब थक हारकर वे कोविड कमांड सेंटर में फोन किए तो कहा गया कि बीएचयू के किसी गार्ड से पूछकर हेल्पडेस्क चले जाइये, बाकि हमलोग बीएचयू के किसी अधिकारी को फोन कर सूचित करते हैं। काफी भटकने के बाद भी आक्सीजन नहीं मिला और मरीज की हालत खराब होने लगी तब उनके परिजन तत्काल रविंद्रपुरी के सीएमएस अस्पताल में ले जाकर भर्ती करा दिए। उसके बाद मरीज को आक्सीजन की सप्लाई दी गई, जिससे जान बचाई जा सकी। 

दूसरी ओर बीएचयू के सुपर स्पेशलियटी वार्ड में एक कोरोना मरीज के पास बिना पीपीई किट पहने एक परिजन को देखा गया। वह अपने मरीज की देखभाल कर रहा था, क्योंकि वार्ड में कोई भी स्टाफ मरीज की सहायता के लिए मौजूद नहीं था। वहीं जबकि उसके बगल में एक और मरीज भर्ती था, जिसकी देखरेख करता एक परिजन पीपीई किट में था। बीएचयू एल-3 ग्रेड के अस्पताल में इस तरह की अव्यवस्था काफी सोचने पर मजबूर करती है। सूत्रों के अनुसार बताया गया कि मरीज के परिजन को पीपीई किट नहीं मिला इसलिए वह अपने मरीज की देखभाल करने पहुंचा था।

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