Fake Train Ticket : वाराणसी के मंडुआडीह में फर्जी पर्सनल आइडी पर बने रेल टिकट के साथ एजेंट गिरफ्तार
फर्जी पर्सनल यूजर आईडी पर बने रेलवे ई- टिकट के साथ सीआईबी ने एजेंट को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को मंडुआडीह गेट नंबर तीन स्थित एक ट्रैवल ऑफिस पर हुई कार्रवाई के दौरान अनाधिकृत रूप से बुक 25 ई -टिकट एक लैपटॉप और प्रिंटर मशीन भी बरामद किया गया।
जागरण संवाददाता,वाराणसी। फर्जी पर्सनल यूजर आईडी पर बने रेलवे ई- टिकट के साथ सीआईबी ने एजेंट को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को मंडुआडीह गेट नंबर तीन स्थित एक ट्रैवल ऑफिस पर हुई कार्रवाई के दौरान अनाधिकृत रूप से बुक 25 ई -टिकट, एक लैपटॉप और प्रिंटर मशीन भी बरामद किया गया।
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल में आरपीएफ की अभिसूचना इकाई प्रभारी निरीक्षक अभय कुमार राय ने बताया कि मंडुआडीह क्षेत्र में ई - टिकट के अवैध कारोबार की सूचना मिल रही थी। सूचना के आधार पर सीआईबी टीम ने गोस्वामी टूर एंड ट्रैवल ऑफिस पर छापा मारा। संचालक रोहित गोस्वामी से कड़ाई से पूछताछ हुई। चेकिंग के दौरान मौके से 25 रेल ई - टिकट मिले। जिनकी कीमत 23,382 हजार रूपए है। बताया कि संचालक के खिलाफ आरपीएफ पोस्ट, बनारस स्टेशन पर रेलवे एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। कार्रवाई करने वाली टीम में एएसआई गुलाम वारसी, हेड कांस्टेबल विनोद सिंह, विनय निषाद, कांस्टेबल श्रीराम मिश्रा, सुमित खरवार, सुधीर सिंह और सुरेश निषाद भी शामिल थे।
ई-टिकट साफ्टवेयर बेचने वाले वाराणसी व छपरा के दो सरगना गिरफ्तार
वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त आशीष मिश्रा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने मंगलवार को एक बड़े गिरोह का राजफाश किया। टीम ने सारण (छपरा) व वाराणसी जिले में छापेमारी कर दो सरगनाओं को गिरफ्तार किया। उनके पास से आइआरसीटीसी के 222 फर्जी यूजर एकाउंट मिले। 11 लाख 99 हजार 713 रुपये की 606 अवैध ई टिकट बरामद हुई। आरपीएफ ने इनके पास से अवैध साफ्टवेयर, बूस्टर, एक्सटेंशन, वीपीएस, आइपी जब्त कर ली। पिछले दिनों काली महाल से गिरफ्तार टिकट दलाल की निशानदेही पर यह कार्रवाई हुई। आरपीएफ ने अवैध ई-टिकट बनाने वालों की गिरफ्तारी के लिए पीडीडीयू, आउट पोस्ट विक्रमगंज व क्राइम ब्रांच पीडीडीयू के अधिकारी व जवानों की एक विशेष टीम बनाई है। एक पखवारा पूर्व आरपीएफ ने काली महाल में जन सेवा केंद्र चलाने वाले मोहम्मद इश्तियाक अहमद व उसके भतीजे मोहम्मद शहीम को पकड़ा था। उनके पास से अवैध आइआरसीटीसी साफ्टवेयर, लगभग 75 फर्जी आइआरसीटीसी व्यक्तिगत अकाउंट पाया गया उनसे इन खातों से लगभग 1200 ई-टिकट बनाए थे।