वाराणसी में बेहतर पैकेजिंग के विशेषज्ञों की तैयार होगी फौज, व्यापार को पंख लगने की उम्मीद बढ़ी

काशी की गलियों में पसरे लघु व मध्यम उद्यमियों के व्यापार को पंख लगने की उम्मीद बढ़ गई है। कारण कि यहां की शिल्प कला पान बनारसी साड़ी विश्वनाथ मंदिर के प्रसाद और काष्ठ कलाओं की बकायदा पैकेजिंग कर विदेश निर्यात किए जाने में विशेषज्ञों की फौज तैयार होगी।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 09:45 AM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 09:45 AM (IST)
वाराणसी में बेहतर पैकेजिंग के विशेषज्ञों की तैयार होगी फौज, व्यापार को पंख लगने की उम्मीद बढ़ी
काशी की गलियों में पसरे लघु व मध्यम उद्यमियों के व्यापार को पंख लगने की उम्मीद बढ़ गई है।

वाराणसी, जेएनएन। काशी में भारतीय पैकेजिंग संस्थान के सेंटर खुलने से काशी की गलियों में पसरे लघु व मध्यम उद्यमियों के व्यापार को पंख लगने की उम्मीद बढ़ गई है। कारण कि यहां की शिल्प कला, पान, बनारसी साड़ी, विश्वनाथ मंदिर के प्रसाद और काष्ठ कलाओं की बकायदा पैकेजिंग कर विदेश निर्यात किए जाने में विशेषज्ञों की फौज तैयार होगी।

इसके लिए सोमवार को कमिश्नरी सभागार में भारतीय पैकेजिंग संस्थान की ओर से हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट पैकेजिंग को लेकर ट्रेनिंग कोर्स का उद्घाटन स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने किया। इसके साथ ही यहां पर पांच दिवसीय कार्यशाला भी शुरू हो गई, जो बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल में चलेगी। इससे गुणवत्ता युक्त पैकेजिंग तैयार हो सके। बताया जा रहा है कि इसमें 25 से 30 उद्यमियों का एक बैच बनाकर पांच दिनी प्रशिक्षण कोर्स चलाया जाएगा। इसमें बनारस व चित्रकूट के खिलौनों की पैकेजिंग करना सिखाया जाएगा। इसके द्वारा युवा प्रतिभाओं के लिए पैकेजिंग उद्योग में करियर विकल्प उपलब्ध होंगे।

अच्छी पैकिंग के बल पर उद्यमी भी अपने व्यापार को और अधिक बढ़ा सकेंगे। उद्घाटन के मौके पर मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, संस्थान के उप निदेशक सुबोध के जे, उपायुक्त-उद्योग वीरेंद्र कुमार, शेखर अंबेडकर आदि मौजूद थे। आत्मनिर्भर भारत के तहत बनारस में ही इसका सेंटर खोलने पर सहमति बनी थी, क्योंकि यहां पर क्षेत्रीय उत्पादों की विशिष्टता दुनियाभर में विद्यमान है, जिसको लेकर पैकेजिंग स्किल की खासा जरूरत है। वहीं पैकेजिंग में इतनी क्षमता है कि कोरोना के चलते बनारस लघु उद्योग को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी जल्द ही भरपाई भी हो सकेगी।

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