वाराणसी में संसाधन मिलने के बाद भी घर-घर कूड़ा उठान कार्य संतोषजनक नहीं, कंपनी पर नगर निगम की सख्ती
वाराणसी नगर निगम ने तय किया है कि घर-घर कचरा उठान करने वाली कंपनी एजी एन्वायरो पर सख्ती की जाएगी। वजह पांच माह बीत जाने के बाद भी कंपनी ने अब तक वरुणापार इलाके में ही 100 फीसद तक कचरा उठान नहीं कर सकी है।
वाराणसी, जेएनएन। नगर निगम ने तय किया है कि घर-घर कचरा उठान करने वाली कंपनी एजी एन्वायरो पर सख्ती की जाएगी। वजह, पांच माह बीत जाने के बाद भी कंपनी ने अब तक वरुणापार इलाके में ही 100 फीसद तक कचरा उठान नहीं कर सकी है। अनुबंध के अनुसार जब तक 90 फीसद से अधिक कचरा उठान नहीं होता है तब तक कंपनी को भुगतान नहीं किया जाएगा। अब तक कंपनी ने संसाधन नहीं होने का बहाना बनाया था लेकिन नगर निगम प्रशासन ने जरूरी संसाधानों की खरीद कर कंपनी को सौंप दिया है। इसके बाद भी कंपनी के कार्य की प्रगति 70 फीसद से आगे नहीं बढ़ रही है।
...तो पूरे शहर में होता कचरा उठान
यदि कंपनी सही तरीके से कचरा उठान करती तो अब तक पूरे शहर में यह कवायद शुरू हो जाती क्योंकि नगर निगम के साथ कंपनी ने जो अनुबंध किया था उसमें यही शर्त थी कि कंपनी पहले माह वरुणापार इलाके में कार्य करेगी। दूसरे माह में दशाश्वमेध व भेलूपुर जोन में करना था। वहीं, तीसरे माह में आदमपुर व कोतवाली जोन में कवायद शुरू होनी थी। कंपनी ने दो अक्टूबर 2020 को कार्य प्रारंभ किया है।
कंपनी से जितने कार्य की अपेक्षा थी उसमें अब तक पूरा नहीं किया
कंपनी से जितने कार्य की अपेक्षा थी उसमें अब तक पूरा नहीं किया है। नगवां वार्ड से भेलूपुर जोन में घर-घर कूड़ा उठान की कवायद शुरू करने का आदेश दिया गया है। वरुणापार में भी कार्य 100 फीसद करने का निर्देश है। यदि ऐसा नहीं होता है तो कंपनी नोटिस के दायरे में होगी।
- डा. एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
गृहकर के नाम पर हो रही अवैध वसूली
नगर निगम के कारनामे जग जाहिर हैं। इसमें एक नया अध्याय जुड़ गया। विभाग के कर व राजस्व निरीक्षक निजी आदमी लगाकर गृहकर वसूली करा रहे हैं। इस दौरान अवैध वसूली भी हो रही है। इसका वीडियो बनाकर बुधवार को वायरल किया गया है। नगर निगम के अफसरों से भी शिकायत की गई है। जानकारी होने के बाद विभागीय अफसर सकते में हैं। आरोप है कि आदमपूर जोन के राजस्व निरीक्षक सौरभ सिंह और कर निरीक्षक कैलाश सिंह द्वारा लगातार प्राइवेट व्यक्ति को रख कर वार्डों में अवैध वसूली का कार्य कराया जा रहा है। इसकी शिकायत पूर्व में नगर आयुक्त गौरांग राठी से की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।