वाराणसी में विशेश्वरगंज प्रधान डाकघर में कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर किया प्रदर्शन

सीनियर पोस्टमास्टर द्वारा सात पोस्टमैनों को काम से निकाले जाने के विरोध में शनिवार को प्रधान डाकघर विशेश्वरगंज के डाकिये लामबंद हो गए। डाकघर खुलते ही डाकियों ने प्रदर्शन करते हुए कामकाज ठपकर पोस्टमास्टर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:44 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 09:05 PM (IST)
वाराणसी में विशेश्वरगंज प्रधान डाकघर में कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर किया प्रदर्शन
डाकघर खुलते ही डाकियों ने प्रदर्शन करते हुए कामकाज ठपकर पोस्टमास्टर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

वाराणसी, जेएनएन। सीनियर पोस्टमास्टर द्वारा सात पोस्टमैनों को काम से निकाले जाने के विरोध में शनिवार को प्रधान डाकघर विशेश्वरगंज के डाकिये लामबंद हो गए। डाकघर खुलते ही डाकियों ने प्रदर्शन करते हुए कामकाज ठपकर पोस्टमास्टर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

डाकिया यूनियन के अशोक चौबे ने बताया कि सीनियर पोस्टमास्टर के खिलाफ हमलोग प्रदर्शन कर रहे हैं। कोरोना काल में डाकियों ने जान की बाजी लगाकर जन-जन तक चिट्ठियां और ज़रूरी कागजात पहुंचाए। इसके बावजूद उन्होंने हमारी सात बीट खत्म करते हुए सात पोस्टमैनों को नौकरी से निकाल दिया। यह अनुचित है। कहा कि हम उच्चाधिकारियों से मांग करते हैं कि सातों पोस्टमैन की नौकरी बहाल की जाए। यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो अनिश्चित काल तक धरना और कामकाज ठप रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में ज्ञान प्रकाश यादव, अवधेश पांडेय, भूपेंद्र मिश्रा सहित दर्जनों डाक कर्मचारी थे।

सीनियर पोस्टमास्टर द्वारा सात बीट कम करने के बाद सात संविदा पोस्टमैनों को नौकरी से निकाले जाने के विरोध में शनिवार को प्रधान डाकघर विशेश्वरगंज के डाकिये लामबंद हो गए। डाकघर खुलते ही डाकियों ने प्रदर्शन करते हुए कामकाज ठपकर पोस्टमास्टर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शाम चार बजे सीनियर पोस्टमास्टर चंद्रशेखर बरुआ ने डाकिया यूनियन के अशोक चौबे को निलंबित कर दिया। उसके बाद मामला तूल पकड़ लिया। देर रात आठ बजे तक डाककर्मी डाकघर परिसर में ही धरने पर बैठे रहे। उसके बाद प्रवर डाक अधीक्षक पूर्वी मंडल सुमित कुमार गाट के मौखिक आश्वासन पर देर रात साढ़े आठ बजे निलंबन वापस लिया गया। उसके बाद कर्मचारियों का धरना समाप्त हुआ।

डाक यूनियन के अशोक चौबे ने बताया कि सीनियर पोस्टमास्टर के खिलाफ हमलोग प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने कोरोना काल में जिन डाकियों ने जान की बाजी लगाकर जन-जन तक चिट्ठियां और ज़रूरी कागजात पहुंचाए। उन्हें ही सात बीट समाप्त करते हुए सात संविदा पोस्टमैनों को नौकरी से निकाल दिया। जो अनुचित है। हम उच्चाधिकारियों से मांग करते हैं कि सातों पोस्टमैन की नौकरी बहाल की जाए। यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो अनिश्चित काल तक धरना और कामकाज ठप रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में ज्ञान प्रकाश यादव, अवधेश पांडेय, भूपेंद्र मिश्रा सहित दर्जनों डाक कर्मचारी थे।

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