विद्युतकर्मियों का कार्य बहिष्कार समाप्त, बोले - 'हमें अपना पीएफ चाहिए और इसकी वापसी की गारंटी'
विद्युत कर्मचारियों ने कहा कि सरकार आपसे बस हमें अपना पीएफ चाहिए और इसकी वापसी की गारंटी।
वाराणसी, जेएनएन। सरकार, आपसे बस हमें अपना पीएफ चाहिए और इसकी वापसी की गारंटी। कारण कि डीएचएफएल हमारी जमापूंजी गबन कर रही है। आपसे यह भी कहना है कि इसमें जो भी अधिकारी या कर्मचारी संलिप्त हैं उनपर कार्रवाई हो। कुछ ऐसी ही मांग विद्युतकर्मियों ने अपने कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन मंगलवार को भी की। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, भिखारीपुर स्थित डिस्कॉम कार्यालय पर कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। आंदोलन की इस कड़ी में बुधवार को कर्मचारी रवींद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पर पहुंचेंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं का 48 घंटे कार्य बहिष्कार किया।
इस दौरान मांग की कि मुख्यमंत्री इस मामले में प्रभावी हस्तक्षेप करते हुए दोषियों पर कार्रवाई कराएं। साथ ही कर्मचारियों ने पीएफ भुगतान की जिम्मेदारी गजट के माध्यम से कराने की भी मांग की। ताकि कर्मचारी का संशय दूर हो सके। आगे की रणनीति के लिए 20 नवंबर को कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है। उधर, प्रदर्शन के कारण प्रबंध निदेशक कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं बकाएदार भी इसे लेकर मजे में हैं कि कम से कम उनको कुछ दिनों के लिए बिल जमा करने से छुटकारा मिल रहा है।
इस मौके पर एआर वर्मा, दीपक अग्रवाल, सुनील कुमार यादव, बीके सिंह, चंद्रेश उपाध्याय, आरके पाडेय, शशि किरण मौर्य, राजेंद्र सिंह, मदन लाल, रमन श्रीवास्तव, हेमंत श्रीवास्तव, एके सिंह, ओपी भारद्वाज, राम कुमार, रमाशकर पाल, आरडी सोनकर, जीउत लाल, संतोष वर्मा, जेपीएन सिंह, इंदूबाला आदि ने अपने विचार रखे। अध्यक्षता अनिल कुमार सिंह ने तथा संचालन मनीष श्रीवास्तव ने किया।