सोनभद्र में जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाया था बिजली का नंगा तार, इंसान फंसकर जख्‍मी

कन्हारी गांव में रविवार की रात जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गए करेंट की चपेट में आने से एक अधेड़ झुलस गया। स्वजन की तरफ से उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:57 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:00 PM (IST)
सोनभद्र में जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाया था बिजली का नंगा तार, इंसान फंसकर जख्‍मी
जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गए करेंट की चपेट में आने से एक अधेड़ झुलस गया।

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के कन्हारी गांव में रविवार की रात जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गए करेंट की चपेट में आने से एक अधेड़ झुलस गया। स्वजन की तरफ से उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां गंभीर हालत होने पर चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

टंटू (40) पुत्र मुन्नी निवासी कन्हारी अपने खेत से घर रात आठ बजे भोजन के लिए जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में कुछ लोगों द्वारा जंगली जानवरों के मारने के लिए बिछाए गए तार की चपेट में आ गया। उसकी पत्नी गीता भी पीछे थी, लेकिन टंटू आगे चल रहा था। इसलिए वह चपेट में आ गया और उसकी पत्नी बच गई। तार की चपेट में आने के बाद गीता ने तुरंत एक लाठी उठाई और तार पर पिटने लगी। इससे तार टूटकर गिर गया। तब जाकर टंटू की जान बच पाई। मदद के लिए शोर मचाने पर कुछ लोग जुट गए। घटना की सूचना पर पीआरवी पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अपने साथ घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करने के ले जानी लगी। इसी बीच फूलवारी के पास पहुंची एंबुलेंस की मदद से उसे उपचार के लिए घोरावल अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत होने पर प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। शिकारियों द्वारा कन्हारी व इर्द गिर्द के गांव में जंगली सूअर के शिकार के उद्देश्य से यह कारनामा कई वर्षों से किया जा रहा है। इस तरह की घटना में पूर्व में मौत भी हो चुकी है, लेकिन उसके बाद भी इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

जुगैल क्षेत्र में एक शिकारी की हो चुकी है मौत : जुगैल थाना क्षेत्र के चाड़म टोला में 23 जनवरी को जंगली सूअर के शिकार के लिए बिछाये गए बिजली के तार की चपेट में अाए शिकारी की मौके पर ही मौत हो गई थी।बिजेंद्र गोड़ (31) पुत्र संतलाल निवासी बहेराडाड़ अपने साथी रामपति के साथ बहेराडाड़ से चाड़म के लिए साइकिल से निकला था। दोनों शिकारी जंगली सूअर के शिकार के लिए मरघटवा नाले के पास जंगल में बिजली का नंगा तार बिछाने लगे। दोनों शिकारियों ने जंगल में सैकड़ों मीटर तार बिछा दिया। उसके बाद दोनों 11 हजार वोल्ट की गुजरी लाइन में कटिया मारने लगे। इसी दौरान तार का एक हिस्सा बिजेंद्र के पैर में छू गया। भारी क्षमता की लाइन से निकले करेंट की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।

आधा दर्जन जंगली जानवरों की मौत : वन प्रभाग के जुगैल और ओबरा रेंज में जंगली सूअरों का शिकार आम बात रही है। जुगैल रेंज के ही चतरवार ग्राम पंचायत के अमकोइ टोले में विगत महीनों में जंगली सूअर के शिकार के लिए लगाए गए बिजली के तार की चपेट में आए आधा दर्जन जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है। जुगैल रेंज के कई जंगलों में करेंट का प्रयोग करके जंगली सूअर मारने के मामले बढ़ते जा रहे हैं।

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