गढ़वा-सिंगरौली के सभी हिस्से में चलेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें, करैला रोड-शक्तिनगर के बीच सीआरएस का निरीक्षण

देश के सबसे व्यस्त मालवाहक रेलमार्गों में शुमार गढ़वा-सिंगरौली के बीच चल रहा विद्युतीकरण कार्य पूरा हो गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 08:49 PM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 08:49 PM (IST)
गढ़वा-सिंगरौली के सभी हिस्से में चलेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें, करैला रोड-शक्तिनगर के बीच  सीआरएस का निरीक्षण
गढ़वा-सिंगरौली के सभी हिस्से में चलेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें, करैला रोड-शक्तिनगर के बीच सीआरएस का निरीक्षण

सोनभद्र, जेएनएन। देश के सबसे व्यस्त मालवाहक रेलमार्गों में शुमार  गढ़वा-सिंगरौली के बीच चल रहा  विद्युतीकरण कार्य पूरा हो गया है। शेष हिस्से के तौर पर बचे  शक्तिनगर से करैला रोड का विद्युतीकरण भी पूरा कर लिया गया  है। कमिश्नर  ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) एएम चौधरी ने गुरुवार को   इस हिस्से का  निरीक्षण किया गया। इसके बाद इस ट्रैक पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनों का नियमित संचालन शुरू हो जाएगा। यह शेष हिस्सा  कोयला लोडिंग के लिहाज  से काफी महत्वपूर्ण है।

चालू वित्त वर्ष 2020-21  में धनबाद मंडल को 150 मिलियन टन लोडिंग का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में गढ़वा-महदहिया  के बीच  विद्युतीकरण-कार्य पूरा होने से काफी मदद मिलेगी।  बीते  वित्त वर्ष 2019-20 में धनबाद  रेल  मंडल  ने लोडिंग के मामले में देश में पहला स्थान प्राप्त किया था।  धनबाद  मंडल  ने तय लक्ष्य 140.5 मिलियन टन के सापेक्ष 143.22 मिलियन टन लोडिंग कर पहला स्थान प्राप्त किया था लेकिन इस बीच कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन हो जाने के कारण पहली तिमाही में लोडिंग में कमी आई है। पहली तिमाही के अप्रैल और मई माह में कुल 16.71 मिलियन टन लोडिंग की गई है जबकि पिछले वर्ष इन दोनों माह में 24 मिलियन टन के करीब लोङ्क्षडग हुई थी। बीते अप्रैल माह में जहां 7.7 मिलियन टन लोडिंग की गई वहीं मई में 9.01 मिलियन टन लोडिंग हुई। विगत जून और जुलाई  माह में मानसून के कारण कोयला उत्पादन में कमी के कारण  लोडिंग पर असर पड़ा है। इस बीच शक्तिनगर से करैला रोड तक हुए विद्युतीकरण से पूर्व मध्य रेलवे को आगे काफी लाभ होने की संभावना है।

वर्ष 2014 में शुरू हुआ था विद्युतीकरण 

जनवरी 2014 से गढ़वा से महदहिया के बीच विद्युतीकरण का कार्य शुरू हुआ था। अक्टूबर 2013 में रूट के हिसाब से 257 किलोमीटर लंबे गढ़वा रोड-महदहिया रेल मार्ग के विद्युतीकरण कार्य को अनुमति प्रदान की गई थी। सबसे पहले गढ़वा से मेराल  स्टेशनों के  बीच लगभग दो वर्ष  पूर्व इलेक्ट्रिक ट्रेन का ट्रायल किया गया। उसके बाद उसे रेणुकूट  तक बढ़ाने के  साथ पिछले वर्ष चोपन तक इलेक्ट्रिक ट्रेनों का  आवागमन शुरू हो गया। बीते साल आठ  दिसंबर को बिल्ली जंक्शन से करैला रोड तक इलेक्ट्रिक ट्रेन का ट्रायल हुआ। उसके बाद करैला से बाया सिंगरौली महदहिया तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा होते ही इस ट्रैक से इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन  पूरी तरह शुरू हो गया।

विद्युतीकरण में कई बार आई बाधा  

पूर्व  मध्य  रेलवे के गढ़वा रोड-सिंगरौली  रेल खंड के विद्युतीकरण में कई बार बाधाएं सामने आईं।  नवंबर 2018 में  रेलवे ने  देरी के कारण  विद्युतीकरण  कर रही कंपनी  ईएमसी  लिमिटेड को टर्मिनेट कर दिया था। विद्युतीकरण का कार्य वर्ष 2014 से चल रहा था जिसे 2016 में पूरा होना था लेकिन वर्ष 2018 के अंत तक  रेलखंड के बड़े हिस्से का कार्य पूरा नहीं हो पाया था। इसके कारण विद्युतीकरण का कार्य चार महीने तक रुका हुआ था। मार्च 2019 में पुन: विद्युतीकरण का कार्य शुरू हुआ।

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