Electric bus in varanasi : वाराणसी में इलेक्ट्रिक बस तैयार, चार्जिंग प्वाइंट का हो रहा है इंतजार
बढ़ते प्रदूषण और उसे कम करने के लिए शासन ने 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना बनाई है। पहले चरण में बनारस को 50 बसें मिलनी है। इलेक्ट्रिक बस बनाने वाली कंपनी पिछले 6 माह में दो बार क्षेत्रीय प्रबंधक से संपर्क कर बस देने की बात कर रही है।
वाराणसी, जेएनएन। बढ़ते प्रदूषण को लेकर शहर में इलेक्ट्रिक बस चलाने की योजना अधिकारियों की लापरवाही के चलते शुरू नहीं हो सकी। वहीं ग्रामीण भी जमीन पर इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग प्वाइंट बनाने को लेकर विरोध कर रहे हैं। जिला प्रशासन के हस्तक्षेप करने पर भी ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हैं जबकि इलेक्ट्रिक बस बनाने वाली कंपनी लगातार परिवहन निगम पर बसों को लेने का दबाव बना रही है।
शहर में बढ़ते प्रदूषण और उसे कम करने के लिए शासन ने शहर में 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना बनाई है। पहले चरण में बनारस को 50 बसें मिलनी है। इलेक्ट्रिक बस बनाने वाली कंपनी पिछले 6 माह में दो बार क्षेत्रीय प्रबंधक से संपर्क कर बस देने की बात कर रही है। साथ ही उनके साथ चार्जिंग प्वाइंट स्थल देखने मिर्जामुराद भी गई थी। मौके पर काम शुरू नहीं होने पर बस बनाने वाली कंपनी ने नाराजगी जाहिर की थी। कंपनी ने दिसंबर तक बस देने की बात कही है लेकिन परिवहन निगम बसों के चार्जिंग प्वाइंट तैयार नहीं होने का हवाला देते हुए लेने से इनकार कर दिया।
उधर, ग्रामीणों का कहना है कि चार्जिंग प्वाइंट स्थल तालाब की जमीन है, यहां गांव के सभी लोगों के घरों का गंदा पानी जाता है, यहां चार्जिंग प्वाइंट बन जाएगा तो लोगों के घरों का गंदा पानी कहां जाएगा। जिला प्रशासन चार्जिंग प्वाइंट बनाने से पहले घरों से निकलने वाले गंदा पानी जाने की व्यवस्था बनाएं। इसको लेकर पिछले दिनों ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया था। इस बारे में क्षेत्रीय प्रबंधक एसके राय का कहना है कि ग्रामीणों के विरोध के चलते चार्जिंग प्वाइंट बनाने में थोड़ी दिक्कत आ रही है। जिला प्रशासन के सहयोग से पिछले दिनों जमीन की पैमाइश हो गई है। कार्यदायी संस्था से तेजी से काम करने को कहा गया है जिसे जल्द से जल्द शहर में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो सके। इस बात से मुख्यालय को भी अवगत करा दिया गया है।