Eid ul Fitr Guideline in varanasi : कोविड नियमों के तहत अदा होगी ईद-उल-फित्र की नमाज, इमाम सहित केवल पांच नमाजी होंगे शामिल

वाराणसी में मस्जिद या ईदगाह कमेटी के जिम्मेदारों संग बैठक कर थाना व चौकी प्रभारियों ने उन्हें नियमों से अवगत करा दिया है और सहयोग की अपील की। उलमा-ए-कराम ने कहा कि महामारी के दौर में शासन की ओर से जो गाइडलाइन जारी किया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:10 AM (IST)
Eid ul Fitr Guideline in varanasi : कोविड नियमों के तहत अदा होगी ईद-उल-फित्र की नमाज, इमाम सहित केवल पांच नमाजी होंगे शामिल
ईद-उल-फित्र की नमाज भी कोविड-19 नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए अदा की जाएगी।

वाराणसी, जेएनएन। जिले में कोरोना संक्रमण की लहर जरूर मद्धिम पड़ गई है, लेकिन यह जंग का विराम बिल्कुल नहीं है। जिला प्रशासन की ओर संक्रमण दर को नियंत्रित करने के जो भी एहतियाती कदम हैं, वे सभी उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब ईद-उल-फित्र की नमाज भी कोविड-19 नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए अदा की जाएगी। चुनिंदा ईदगाह सहित मस्जिदों में इमाम सहित पांच लोग ही नमाज अदा कर सकेंगे। वहीं बाकी लोग घरों पर रहकर नमाज-ए-चाश्त अदा करेंगे।

मस्जिद या ईदगाह कमेटी के जिम्मेदारों संग बैठक कर थाना व चौकी प्रभारियों ने उन्हें नियमों से अवगत करा दिया है और सहयोग की अपील की। उलमा-ए-कराम ने कहा कि महामारी के दौर में शासन की ओर से जो गाइडलाइन जारी किया गया है, उनका शत-प्रतिशत पालन करना हम सबकी जिम्मेदारी है। इसलिए ईद के दिन ईदगाह या मस्जिद जाने की बजाय लोग अपने घरों में चाश्त की नमाज अदा करें। यह नमाज सुबह 8.30 बजे से 9.30 बजे के बीच अदा की जा सकती है। नमाज के दौरान दिल में मलाल रखें कि कोरोना के चलते ईदुलफित्र की नमाज नहीं अदा कर सके तो अल्लाह ईदगाह में नमाज अदा करने का सवाब देगा। इस दौरान महामारी से निजात की दुआ जरूर करें। ईद के दिन लोगों से मिलने-जुलने से परहेज करें। कोशिश करें कि अपने घर पर ही रहें। बहुत जरूरी हो तो मास्क लगाकर ही बाहर निकलें। आवश्यक दूरी बनाकर लोगों से सलाम दुआ करें। रमजानुल मुबारक का आखिरी अशरा अब खत्म होने को है। शब-ए-कद्र की पांच रातें भी बीत चुकीं हैं। आल इंडिया शिया कमेटी की ओर से बुधवार, 29 रमजान को चांद की तस्दीक नहीं हुई। यानी अब शुक्रवार को ईद मनाई जाएगी।

अलविदा जुमा से पहले तक मस्जिदों में पूरी क्षमता के आधे से कम नमाजियों को ही कोविड-19 नियमों के तहत नमाज अदा करने की छूट थी, लेकिन लाकडाउन की अवधि और मृत्युदर में कमी न होने के चलते नियमों को थोड़ा सख्त कर दिया गया। इसी का नतीजा रहा कि बुधवार को केवल 583 पाजिटिव मिले और संक्रमण दर 5.60 फीसद रहा।

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