Varanasi नगर के विद्यालयों में कमान शिक्षामित्रों के हाथ, शिक्षकों के स्थानांतरण से दिक्कत
बेसिक शिक्षा विभाग ने अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए हरी झंडी दे दी है। नगर में अध्यापकों की कमी की समस्या दूर होने वाली नहीं है जबकि नगर के ज्यादातर विद्यालयों में एक या दो शिक्षक रह गए हैं। ऐसे में स्कूलों में पठन-पाठन शिक्षामित्रों के भरोसे चल रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग ने अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए हरी झंडी दे दी है। ऐसे में शिक्षकों के गृह जनपद में उनकी तैनाती का मार्ग प्रशस्त हो गया। सूबे के विभिन्न जनपदों के 54120 शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया है। इसमें जनपद के 58 शिक्षक भी शामिल हैं। वहीं गैरजनपद से आने वाले ज्यादातर शिक्षकों की तैनाती ग्रामीण क्षेत्रों के परिषदीय विद्यालयों में ही की जाएगी। ऐसे में नगर में अध्यापकों की कमी की समस्या दूर होने वाली नहीं है, जबकि नगर के ज्यादातर विद्यालयों में एक या दो शिक्षक रह गए हैं। ऐसे में स्कूलों में पठन-पाठन शिक्षामित्रों के भरोसे चल रहा है।
जनपद में 1368 विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में अध्यापकों की संख्या करीब 6500 है। इसमें नगर में 126 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अब करीब 250 शिक्षक ही रह गए हैं। पठानीटोला, छित्तनपुर, शेख सलीम फाटक, पिशाचमोचन, पिसनहरिया, शिवपुर सहित दर्जनों विद्यालयों अब सिर्फ एक अध्यापक रह गए हैं। किन्हीं कारणवश यदि अध्यापक अवकाश पर चले गए तो विद्यालय की पूरी कमान शिक्षामित्रों के कंधे पर आ जाती है। अध्यापकों की कमी से नगर के विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।
वर्ष 2011 के बाद नहीं हुई नियुक्ति
नगर के विद्यालयों में वर्ष 2011 के बाद अध्यापकों की नियुक्ति नहीं हुई है, जबकि नौ साल में नगर के विद्यालयों में भी 50 से अधिक शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अध्यापकों की कमी के कारण नगर के विद्यालयों में छात्रसंख्या भी लगातार कम हो रही है।
नगर के प्राथमिक विद्यालयों व बच्चों की संख्या
जोन विद्यालय बच्चे
आदमपुर 21 2422
भेलूपुर 20 2100
दशाश्वमेध 21 1632
वरुणापार 27 3016
रामनगर 10 1422
नगर के उच्च प्राथमिक विद्यालयों व बच्चों की संख्या
जोन विद्यालय बच्चे
आदमपुर 04 277
भेलूपुर 08 421
दशाश्वमेध 05 233
वरुणापार 06 266
रामनगर 04 330