नदी कटान में गिरे 11 परिषदीय स्कूलों के निर्माण पर लगा ग्रहण, गंगा और सरयू में समा चुके हैं कई विद्यालय

गंगा और सरयू नदी के कटान में वर्ष -- 2011 से अब तक 12 परिषदीय विद्यालय समाहित हो चुके हैं। इन विद्यालयों के दोबारा निर्माण की मांग लंबे समय से हो रही है लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं अया है।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 08:50 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 08:50 AM (IST)
नदी कटान में गिरे 11 परिषदीय स्कूलों के निर्माण पर लगा ग्रहण, गंगा और सरयू में समा चुके हैं कई विद्यालय
गंगा और सरयू नदी के कटान में वर्ष 2011 से अब तक 12 परिषदीय विद्यालय समाहित हो चुके हैं।

बलिया [लवकुश सिंह]। गंगा और सरयू नदी के कटान में वर्ष 2011 से अब तक 12 परिषदीय विद्यालय समाहित हो  चुके हैं। इन विद्यालयों के दोबारा निर्माण की मांग  लंबे समय से हो रही है लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं अया है। काफी शोर के बाद बेलहरी ब्लाक के गंगापुर प्राथमिक विद्यालय का पुन: निर्माण कराया गया लेकिन बाकी के 11 विद्यालयों को छोड़ दिया गया। इन विद्यालयों के बच्चों को किसी अन्य विद्यालय में या किसी के निजी मकानों में बैठाकर पढ़ाया जाता है। 

गंगा और सरयू के कटान में गिरे विद्यालयों के संबंध में जिला समन्वयक निर्माण  सत्येंद्र राय ने कहा कि अब इन विद्यालयों क निर्माण संभव नहीं है। उन्होंने मानक का हवाला देते हुए बताया कि एक किमी की दूरी और 300 की आबादी के बीच एक प्राथमिक विद्यालय के निर्माण का मानक है। उच्च प्राथमिक विद्यालय के लिए तीन किमी दूरी और 800 की आबादी होनी चाहिए। जनपद में कुल 2669 परिषदीय विद्यालयों में 420 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय रहे, जो एक ही परिसर में चलते थे, उन्हें कंपोजिट विद्यालय में तब्दील कर दिया गया है। अब जनपद मेें 2249 परिषदीय विद्यालय हैं। इसलिए कटान के दौरान नदी में समा चुके स्कूलों का पुनर्निर्माण संभव नहीं हैं।

विद्यालयों के निर्माण के लिए कई बार प्रदर्शन 

इन विद्यालयों के निर्माण के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार प्रदर्शन किया। सभी की यह मांग  थी कि इन विद्यालयों के निर्माण के लिए संबंधित गांवों में जमीन भी उपलब्ध है, कटान में गिरे सभी विद्यालयों का निर्माण कराया जाए लेकिन विभाग की ओर से कोई पहल नहीं हुई। 

राज्यसभा सदस्य ने भी लिखा था पत्र 

इन विद्यालयों के पुन: निर्माण के लिए राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने मानव संसाधन विकास मंत्री को जुलाई 2017 में  पत्र लिखकर  ध्वस्त विद्यालयों के निर्माण के लिए पहल करने की मांग की थी। इन विद्यालयों के निर्माण के संबंध में इंटक नेता विनोद ङ्क्षसह के पत्र पर नवंबर -2020 में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने दोबारा निर्माण कराने के लिए स्थलीय निरीक्षण कर बजट का आंकलन करते हुए संबंधित विभाग से प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा था। 

किस ब्लाक से गायब हुए कौन से विद्यालय

बेलहरी ब्लाक

-उच्च प्राथमिक विद्यालय गंगापुर

 -प्राथमिक विद्यालय चौबे 

 मुरलीछपरा ब्लाक 

-प्राथमिक विद्यालय दलेल टोला

रेवती ब्लाक

 -प्राथमिक विद्यालय रामपुर पूर्वी

-प्राथमिक विद्यालय रामपुर पश्चिमी

-प्राथमिक विद्यालय शिवपुर

 -प्राथमिक विद्यालय माझा

बैरिया ब्लाक

-प्राथमिक विद्यालय शाहपुर गंगौली

 -प्राथमिक विद्यालय उदयी छपरा

 -प्राथमिक विद्यालय श्रीनगर केहरपुर

-उच्च प्राथमिक विद्यालय सुघर छपरा 

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