पेट्रोल की कीमत बढ़ने से वाराणसी में तीन-चार माह की अग्रिम बुकिंग पर मिल रहा ग्राहकों को ई-वाहन
लगातार बढ़ते पेट्रोल की कीमत के कारण ई-वाहनों का बाजार बूम पर है। हालात यह है कि शो-रूमों में वाहन उपलब्ध नहीं है। ग्राहकों को तीन माह की अग्रिम बुकिंग करानी पड़ रही है। ई-वाहनों के डीलरों का कहना है कि मांग के मुताबिक गाड़ियों की आवक कम है।
वाराणसी, सौरभ चंद्र पांडेय। लगातार बढ़ते पेट्रोल की कीमत के कारण ई-वाहनों का बाजार बूम पर है। हालात यह है कि शो-रूमों में वाहन उपलब्ध नहीं है। ग्राहकों को तीन माह की अग्रिम बुकिंग करानी पड़ रही है। ई-वाहनों के डीलरों का कहना है कि मांग के मुताबिक गाड़ियों की आवक कम है। दरअसल कोरोना महामारी के दूसरे लहर में उत्पादन प्रभावित था। जिसका असर अब देखने को मिल रहा है। जैसे-जैसे पेट्रोल की कीमते बढ़ रही हैं वैसे-वैसे ई-वाहनों का बाजार रफ्तार पकड़ता जा रहा है। इधर नवरात्र से भी गाड़ियों की बिक्री में तेजी आई है। पहले जहां हम महीने में 20 गाड़ी बेचते थे वहां अब 60-80 गाड़ियों की बिक्री कर रहे हैं। यदि पेट्रोल की कीमत ऐसे ही बरकरार रही तो ई-वाहनों का बाजार और रफ्तार पकड़ेगा।
स्वेपिंग सिस्टम से भी बढ़ रहा खरीदारों का रूझान
ई-वाहन कंपनियों ने तकनीक को अपग्रेड करते हुए वाहनों में स्वेपिंग सिस्टम लगाया है। इससे भी खरीदारों का रूझान बढ़ा हैं। पहले वाहन की बैटरी को चार्ज करने के लिए पार्किंग में लाइट की आवश्यकता रहती थी। लेकिन अब तकनीकी बदलाव करते हुए कंपनी ने बैटरी को स्वेपिंग सिस्टम में लगाया है। यह सबसे ज्यादा अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों के लिए उपयोगी है। वह गाड़ी पार्क करने के बाद बैटरी को आसानी से निकालकर अपने फ्लैट में ले जाकर चार्ज कर सकते हैं।
पेट्रोल चलित वाहनों को चुनौती दे रहे ई-वाहन
व्यवहारिक रूप में देखें तो जब हम कोई गाड़ी खरीदने जाते हैं तो सबसे पहले गाड़ी के पावर और उसके माइलेज की जानकारी लेते हैं। पहले लोग ई-वाहनों को खरीदने से इसलिए कतराते थे कारण था कि इसमें पावर की कमी रहती थी। लोगों में डर था कि इसकी लाइफ और री-सेल वैल्यू नहीं मिलेगी। ई-वाहन निर्माता कंपनियों ने लगातार तकनीक को अपग्रेड करते हुए ई-वाहनों को इस मुकाम पर खड़ा कर दिया है जो अब ईंधन चलित वाहनों के लिए चुनौती बन गई है। प्रतिस्पर्धा के दौड़ में अब नामी कंपनियां भी ई-वाहनों के निर्माण कर रही हैं।
लिथियम प्लस बैटरी ने दिया ई-वाहनों को संजीवनी
छावनी स्थित शक्ति मोटर्स के डीलर प्रतीक सर्राफ ने बताया कि जब से ई-वाहनों में लिथियम बैटरी लगना शुरू हुआ है तब से ई-वाहनों को एक नया बाजार मिला है। पहले इन वाहनों में लेड एसिड बैटरी का इस्तेमाल किया जाता था। इस बैटरी को चार्ज करने में आठ घंटे का समय लगता था। इसकी लाइफ अधिकतम 15 से 18 माह होती थी। वहीं इसकी कीमत करीब 12 हजार रुपये के आसपास है। वहीं लिथियम बैटरी की कीमत 24 हजार रुपये जरूर है। लेकिन इसकी कुछ खास खूबियां भी हैं। इस बैटरी की लाइफ करीब पांच साल की है। इसको चार्ज करने में अधिकतम तीन से चार घंटे का समय लगता है। इस बैटरी से ई-वाहनों का पावर भी बढ़ गया है।
चार माह की अग्रिम बुकिंग पर मिल रही है मारुति की सीएनजी इनबिल्ट वैगन आर कार
बढ़ते ईंधन के दाम के कारण सीएनजी इनबिल्ट कार की मांग में भी जबरदस्त उछाल आया है। महमूरगंज स्थित एजीआर आटोमाोबाइल के जीएम राजीव कुमार का कहना है कि सीएनजी कारों की मांग इतनी है कि चार माह पहले बुकिंग करवानी पड़ रही है। अभी तक हमारे शो-रूम में 100 सीएनजी इनबिल्ट वैगन आर कार की बुंकिग है।
बीस फीसद बढ़ा ई-रिक्शा का बाजार
ई-रिक्शा के डीलर महेश सिंह बताते हैं कि जब से डीजल के दाम बढ़े हैं तब से टेंपो वालों ने किराया बढ़ाया दिया है। शहरी क्षेत्रों में तो सीएनजी से आटो चलता है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब डीजल की जगह लोग ई-रिक्शा को तवज्जो दे रहे हैं। देखा जाए तो लगभग बीस फीसद बाजार में वृद्धि हुई है।
इस तरह बढ़े पेट्रोल के दाम
दिनांक मूल्य
02 अक्टूबर 100.08
03 अक्टूबर 100.32
04 अक्टूबर 100.57
05 अक्टूबर 100.57
06 अक्टूबर 100.86
07 अक्टूबर 101.15
24 शो-रूम हैं जिले में ई-वाहनों का
60 गाड़ियों की औसतन अग्रिम बुकिंग है हर शो-रूम में
160 सीएनजी कार की अग्रिम हुई है अब तक
08 अक्टूबर 101.44
09 अक्टूबर 101.73
10 अक्टूबर 102.03
11 अक्टूबर 102.32