शिक्षा व्यवस्था को पटरी लाने के लिए खुला ई-पाठशाला ताला, वाराणसी में घर पर चल रही पढ़ाई की होगी समीक्षा

नए सत्र में जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों का अब तक ताला नहीं खुल सका है। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने ई-पाठशाला शुरू करने का निर्णय लिया है। पढ़ाई से संबंधित समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा। इससे सभी बच्चे अपने शिक्षकों के संपर्क में भी रहेंगे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 06:30 AM (IST)
शिक्षा व्यवस्था को पटरी लाने के लिए खुला ई-पाठशाला ताला, वाराणसी में घर पर चल रही पढ़ाई की होगी समीक्षा
बेसिक शिक्षा विभाग ने ई-पाठशाला शुरू करने का निर्णय लिया है।

वाराणसी, जेएनएन। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से पठन-पाठन भी प्रभावित हो रहा है। महामारी ने शिक्षा व्यवस्था को बेपटरी कर दिया है। नए सत्र में जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों का अब तक ताला नहीं खुल सका है। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने ई-पाठशाला शुरू करने का निर्णय लिया है। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकाें से प्रतिदिन कम से कम पांच बच्चों से मोबाइल फोन से बात करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा अभिभावकों को स्कूल बुलाकर ई-पाठशाला के संबंध में जानकारी देने का भी सुझाव दिया गया है ताकि कोरोना काल में भी बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो सके।

स्कूली शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने इस संबंध में सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को एक परिपत्र भेजा है। इसमें गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ऑनलाइन क्लास शुरू कराने का निर्देश दिया गया गया है। इसके अलावा शिक्षक, शिक्षा मित्र एवं अनुदेशकों को कक्षावार, विषयवार शैक्षिक सामग्री एवं कंटेंट अभिभावकों के व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर करने को भी कहा गया है। शिक्षक अभिभावकों से बच्चों के घर पर चल रही पढ़ाई के बारे में हाल जानेंगे और समीक्षा भी करेंगे। उनकी पढ़ाई से संबंधित समस्याओं का समाधान भी शिक्षक करेंगे। अभिभावकों को विषय संबंधित पाठों के बारे में भी शिक्षक समझाएंगे। घर पर चल रही पढ़ाई की समीक्षा भी की जाएगी। उनकी पढ़ाई से संबंधित समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा। इससे सभी बच्चे अपने शिक्षकों के संपर्क में भी रहेंगे।

लर्निंग आउटकम पर बल

बीएसए राकेश ने बताया कि मिशन प्रेरणा के तहत ई-पाठशाला का तीसरा चरण शुरू कर दिया गया है। इसके लिए शत प्रतिशत बच्चों तक पहुंच बनाने एवं उन्हें लर्निंग आउटकम पर शिक्षक देने के निर्देश जारी किए गए हैं। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को ऑनलाइन शिक्षा दिए जाने की व्यवस्था करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षकों को पहले से बने वाट्स-एप ग्रुप से बच्चों एवं अभिभावकों को जोड़कर ऑनलाइन क्लासेस एवं गूगल मीट आदि के बारे में जानकारी देने के भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

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