वाराणसी में मौसमी बदलाव के कारण अस्पतालों में बढ़े गले में खरास संग बुखार के भी मरीज
लोग असमय स्नान से बचें अन्यथा की स्थिति में लेने के देने पड़ जाएंगे। कबीरचौरा स्थित श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. प्रसन्न कुमार ने बताया कि अस्पताल में इन दिनों प्रतिदिन करीब साढ़े तीन हजार मरीज आ रहे हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल भर में मौसम में बदलाव के कारण कुछ दिनों से सिहरन बढ़ गई है। रात को हल्की ठंडी भी शुरू हो गई है। इसके कारण लोगों में गले की खरास के साथ ही बुखारी, सर्दी, खांसी की समस्या बढ़ गई है। यही कारण कि इन समस्याओं से ग्रसित मरीज जिले के लगभग सभी अस्पतालों में आ रहे हैं। खासकर बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल, कबीरचौरा स्थित श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल, पांडेयपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में इसतरह के मरीजों की भीड़ बढ़ी है।
इस बाबत बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के जनरल मेडिसिन, टीबी एंड चेस्ट विभाग के साथ ही आयुर्वेद विभाग की ओपीडी भी इन दिनों काफी भीड़ हो रही है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू स्थित टीबी एंड चेस्ट विभाग के प्रोफेसर एंड हेड प्रो. जीएन श्रीवास्तव ने बताया इस समय सबसे अधिक दमा एवं सांस संबंधी रोगों के मरीज आ रहे हैं। उन्होंने सलाह दिया कि जो पहले से ही दमा या अस्थमा के रोगी हैं तो वे सतर्क हो जाएंगे। अन्यथा उनकी परेशानी और बढ़ जाएगी। उनको समय से दवा जरूरी लेनी चाहिए। साथ ही उनको सर्दी से बचना चाहिए। ताकि पुरानी समस्या नहीं बढ़े।
सलाह दिया कि लोग असमय स्नान से बचे। अन्यथा की स्थिति में लेने के देने पड़ जाएंगे। कबीरचौरा स्थित श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. प्रसन्न कुमार ने बताया कि अस्पताल में इन दिनों प्रतिदिन करीब साढ़े तीन हजार मरीज आ रहे हैं। इसमें लगभग 1500 नए और दो हजार नए मरीज शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यहां मरीजों को सारी सेवाएं मुफ्त में दी जा रही है। जल्द ही यहां पर सीटी स्कैन की भी सुविधा शुरू होने जा रही है। इसके बाद मरीजों को बाहर में जाकर सीटी स्कैन जांच कराने के लिए अधिक रूपये खर्च नहीं करने पड़ेंगे।