वाराणसी में नए दिशा-निर्देशों के कारण चार बजते ही दुकानों के गिरे शटर, समय से घर पहुंचने की सबको रही जल्दी
वाराणसी में कोरोना से बचाव के लिए 55 घंटे का प्रतिबंध खत्म होने पर सोमवार को सुबह से बाजार गुलजार रहे। शाम चार बजते ही दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए 55 घंटे का प्रतिबंध खत्म होने पर सोमवार को सुबह से बाजार गुलजार रहे। चाहे वह खाद्य पदार्थों की दुकानें हों या कपड़े व अन्य सेवा क्षेत्र की, सभी पर सुबह से ही भीड़ रही। हालांकि शाम चार बजते ही दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे। दुकानदार खुद ही दुकान से चार बजे से पहले ही ग्राहकों को बाहर निकालने लगे। इसके साथ ही पांच बजे से पहले घर पहुंच जाने की जल्दी में सड़कों पर रफ्तार बढ़ गई।
शुक्रवार रात दस बजे से जारी प्रतिबंध सोमवार को सुबह पांच बजे खत्म हुआ और सड़क, बाजार-गलियां सामान्य दिनों की तरह गुलजार हो उठीं। तमाम सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय खुले रहे। हालांकि बैंकों में असमंजस की स्थिति रही। कारण कि प्रशासन ने सभी कार्यालयों को शाम चार बजे तक बंद कर शाम पांच बजे तक सभी को घर पहुंचने की गाइड-लाइन जारी की है। बैंककर्मियों का कहना था कि अगर शाम चार बजे तक बैंक खुले रहेंगे तो ग्राहकों के बाद कार्यालय का ही कार्य कई घंटों तक किया जाता है। ठीक चार बजे बैंक को पूरी तरह बंद करना संभव नहीं है। अगर ऐसा रहा तो ग्राहकों के लिए बैंकिंग का समय घटाना पड़ेगा। उधर, ऑड-इवेन के तहत दुकानें खुलने के बाद भी सड़क किनारे भीड़ रही। थोक एवं फुटकर बाजार भी शाम चार बजे तक बंद हो गए थे।
120 का हुआ चालान दो क्वांरटाइन
रामनगर थाना क्षेत्र में जिलाधिकारी के आदेश के बाद शाम चार बजे के बाद पुलिस फुल फॉर्म में दिखाई दी। देर रात तक चलाए गए चेकिंग अभियान के तहत पुलिस ने 10 हजार शमन शुल्क 120 लोगों का चालान सहित दो लोगों को बेवजह घूमने पर क्वांरटाइन भेजा गया। थाना प्रमुख नरेश कुमार सिंह ने कहा कि यह अभियान प्रतिदिन चलाया जाएगा। किसी को भी कानून का उल्लंघन करने की छूट नहीं दी जाएगी।कहां कि नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।शाम चार बजे तक सभी दुकानें बंद करने की सूचना प्रसारित कराया गया। इसके बाद दुकानें खुली मिलने पर दुकान सील कर दिया जाएगा। पुलिस के इस अभियान से नगर में हड़कंप मचा रहा।
रेल अधिकारियों ने कोविड कोच का लिया जायजा
वाराणसी कैंट स्टेशन के रेलवे यार्ड में बनकर तैयार कोविड कोच का रेल अधिकारियों ने सोमवार को जायजा लिया। इस दौरान मौजूद एडीआरएम रवि प्रकाश चतुर्वेदी व निदेशक आनंद मोहन सिंह ने कोच के अंदर आइसोलेशन वार्ड का हाल जाना। 13 कोच का रैक लखनऊ स्थित आलमबाग शेड से मंगाया गया था। इसमें पैरामेडिकल स्टॉफ के रहने की भी व्यवस्था की गई है। निदेशक आनंद मोहन सिंह ने बताया कि आवश्यकता पडऩे पर रैक को जिला प्रशासन के हवाले कर दिया जाएगा।