लगातार बरसात के कारण चंदौली में बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, तटवर्ती इलाके के वाशिंदे सहमे

मानसून की बारिश के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। इससे तटवर्ती इलाके के ग्रामीण बाढ़ व कटान को लेकर सशंकित हो गए हैं। जिले के नियामताबाद चहनियां और धानापुर ब्लाक के लगभग तीन दर्जन गांव गंगा के किनारे बसे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:39 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 06:39 PM (IST)
लगातार बरसात के कारण चंदौली में बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, तटवर्ती इलाके के वाशिंदे सहमे
चंदौली में मानसून की बारिश के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है।

चंदौली, जेएनएन। मानसून की बारिश के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। इससे तटवर्ती इलाके के ग्रामीण बाढ़ व कटान को लेकर सशंकित हो गए हैं। जिले के नियामताबाद, चहनियां और धानापुर ब्लाक के लगभग तीन दर्जन गांव गंगा के किनारे बसे हैं। जलस्तर बढ़ने के बाद गांवों में पानी घुस जाता है। वहीं फसल भी डूब जाती है। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। हर साल त्रासदी झेल चुके ग्रामीण गंगा के जलस्तर में वृद्धि देखकर सशंकित हो गए हैं। इसको लेकर प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। बाढ़ से निबटने की तैयारी मुकम्मल की जा रही है।

जून के दूसरे पखवारे में लगातार बारिश हो रही है। कभी तेज तो हल्की बारिश का दौर जारी है। इससे गंगा का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। वैसे तो जुलाई के अंत अथवा अगस्त माह में गंगा के जलस्तर में उफान आता है, लेकिन इस बार मानसूनी बारिश ने जलस्तर बढ़ा दिया है। हालांकि अभी खतरे के निशान से काफी नीचे हैं। गंगा में बढ़ रहा पानी तटवर्टी इलाके के वाशिंदों की चिंता बढ़ा रहा। गंगा पानी बढ़ने से खेत जलमग्न हो जाते हैं। सबसे अधिक परेशानी बाढ़ के पानी के हटने के बाद होती है। जलस्तर कम होते ही कटान की समस्या शुरू हो जाती है। वहीं गंदगी और कीचड़ से तमाम तरह की बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। नियामताबाद, चहनियां और धानापुर ब्लाक के तटवर्टी इलाके के कई गांवों में किसानों की दर्जनों एकड़ जमीन कटान की भेट चढ़ चुकी है। इससे रोजी-रोटी छिन जाती है, वहीं पशुओं के लिए चारे का संकट भी खड़ा हो जाता है। गंगा के तटवर्ती क्षेत्र भूपौली, डेरवां, महड़ौरा, कावर, पकड़ी, महुअरियां, विशापुर, महुआरी, सराय, बलुआ, डेरवां, महुअर, जुड़ा हरधन, गंगापुर, पुराविजयी, पुरागनेश, सोनबरसा, टांडा कला, महमदपुर, सरौली, जमालपुर, बड़गांवा, शेरपुर, सरैया, हसनपुर, तिरगाव, भूसौला, मुकुंदपुर, नादी, निधौरा, सहेपुर समेत अन्य गांव गंगा के किनारे बसे हुए हैं। खतरे को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। बाढ़ चौकियों पर मुस्तैदी बढ़ाने समेत बाढ़ से निबटने के लिए तैयारी मुकम्मल की जा रही है।

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