पंचायत चुनाव के लिए जीवन रक्षक दवा वाहनों काे नहीं करें अधिग्रहीत, अपर परिवहन आयुक्त ने दिया निर्देश
बाराबंकी में जीवन रक्षक दवा वाहन को पंचायत चुनाव के लिए अधिग्रहीत करने पर मुख्यालय (लखनऊ) ने नाराजगी जाहिर की। अपर परिवहन आयुक्त ने सभी परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जीवन रक्षक दवा वाहनों को किसी भी हाल में अधिग्रहीत नहीं किया जाए।
वाराणसी, जेएनएन। बाराबंकी में जीवन रक्षक दवा वाहन को पंचायत चुनाव के लिए अधिग्रहीत करने पर मुख्यालय (लखनऊ) ने नाराजगी जाहिर की। अपर परिवहन आयुक्त ने सभी परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जीवन रक्षक दवा वाहनों को किसी भी हाल में अधिग्रहीत नहीं किया जाए। इस समय स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने की जरूरत है। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण विकराल रूप ले चुका है। इसमें सभी का सहयोग बहुत जरूरी है।
कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने पर विभिन्न प्रदेशों और जिलों से जीवन रक्षक दवाएं मंगाई जा रही है। इस कार्य में कई अतिरिक्त वाहन लगाए गए हैं। पिछले दिनों बाराबंकी में एक परिवहन अधिकारी ने सेंट्रल मेडिकल गैस पाइपलाइन सामग्री लदी डीसीएम को पकड़ने के साथ उसका रजिस्टेशन किताब (आरसी) ले लिया। चालक ने आवश्चक सेवा होते हुए डीसीएम को अधिग्रहीत नहीं करने का अनुरोध किया लेकिन परिवहन अधिकारी ने आरसी नहीं दिए। चालक को तय स्थान पर वाहन लेकर पहुंचने काे कहा।
आर क्यूब हेल्थकेयर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के महेश चंद्र श्रीवास्तव ने परिवहन अधिकारी उमाशंकर मिश्रा और आरटीओ (प्रवर्तन) डा. सर्वेश गौतम से बात की। परिवहन अधिकारी ने चालक को कहा कि पंचायत चुनाव से ज्यादा कोई काम महत्वपूर्ण नहीं है। कंपनी ने बाराबंकी के सीएमओ को भी इस बात से अवगत कराया। स्वास्थ्य विभाग के कहने के बाद भी परिवहन अधिकारी ने डीसीएम की आरसी नहीं दी। स्वास्थ्य विभाग ने नाराजगी जाहिर करते हुए अपर परिवहन आयुक्त को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया। इसे गंभीरता से लेते हुए अपर परिवहन आयुक्त ने प्रदेश के सभी परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जीवन रक्षक दवा वाहनों काे पंचायत चुनाव में अधिग्रहीत नहीं करें। यही नहीं, अन्य किसी कार्य में वाहनों को नहीं लिया जाए, बल्कि उनका पूरी तरह से सहयोग करें। इस बारे में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी सर्वेश चतुर्वेदी का कहना है कि जीवन रक्षक दवा वाहनों काे अधिग्रहीत नहीं किया जाएगा। इसके लिए सभी यात्री कर अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं।