Divya Sewa App की लांचिंग शीघ्र, 40 हजार दिव्यांगों को मिलेंगी अनगिनत सुविधाएं
वाराणसी जिला प्रशासन सभी 40 हजार दिव्यांगों को अधिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही दिव्य सेवा एप लांच करने की तैयारी में जुटा हुआ है। एप बिल्कुल तैयार है। जिला दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग में पहले से पंजीकृत होने के कारण ज्यादातर विवरण स्वत सामने आ जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। जिला प्रशासन सभी 40 हजार दिव्यांगों को अधिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही दिव्य सेवा एप लांच करने की तैयारी में जुटा हुआ है। एप बिल्कुल तैयार है। यह किसी योजना के तहत नहीं, बल्कि प्रयोग के तौर पर जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा की ओर से तैयार कराया गया है। इस पर पंजीकृत दिव्यांगों को एक फार्म भरना होगा। इसमें स्वयं व पिता के नाम भरने होंगे। इसके साथ ही, जिला दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग में पहले से पंजीकृत होने के कारण ज्यादातर विवरण स्वत: सामने आ जाएगा।
एप पर रजिस्टर्ड होते ही विभाग की ओर से संचालित समस्त योजनाओं की जानकारी मिलेगी। योजनाओं से अब तक वंचित दिव्यांगों को लाभ दिलाने के लिए फार्म आदि भी इसी पर उपलब्ध होंगे। इसके अलावा स्वरोजगार से जोडऩे के लिए तमाम एप भी शेयर किए जाएंगे। दिव्यांग जन दिव्य सेवा एप पर अपनी पीड़ा भी रख सकेंगे। समस्याओं का फौरी समाधान भी होगा।
अब नहीं लगानी होगी दौड़
शासन की ओर से कई योजनाएं संचालित हैं लेकिन ज्यादातर दिव्यांग जन इसका लाभ नहीं ले पाते। कुछ लाचारी के कारण विभाग तक नहीं पहुंच पाते तो कुछ जानकारी के अभाव में पीछे रह जाते हैं। विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाता है लेकिन बातें सभी तक नहीं पहुंच पातीं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस आनलाइन सेवा का सृजन किया गया है। अब दिव्यांगों को दफ्तर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
नब्बे फीसद दिव्यांग के पास स्मार्ट फोन
इस एप के निर्माण से पूर्व जिला दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग की ओर से पंजीकृत दिव्यांगों का सर्वे कराया गया था। नब्बे फीसद दिव्यांगों के पास स्मार्ट फोन मिले। शेष के परिजनों के पास स्मार्ट फोन उपलब्ध हैं। इसी को ध्यान में रखकर इस एप का निर्माण कराया गया है।
एप की लांचिंग शीघ्र होगी
एप की लांचिंग शीघ्र होगी। इस पर दिव्यांगों को विभागीय योजनाओं और उनकी जिंदगी की बेहतरी से जुड़ी तमाम जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस एप को इस ढंग से बनाया गया है कि दिव्यांगजन को ज्यादा मेहनत न करनी पड़े।
- कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी