आजमगढ़ मंडलीय अस्पताल में आक्सीजन प्लांट को चाहिए 24 घंटे बिजली

आजमगढ मंडलीय जिला अस्पताल में लग रहे आक्सीजन प्लांट को 24 घंटे बिजली चाहिए। विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियरों ने सोमवार को स्थलीय निरीक्षण किया। रणनीति 15 दिनों में आक्सीजन का उत्पादन शुरू करने की है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 07:05 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 07:05 AM (IST)
आजमगढ़ मंडलीय अस्पताल में आक्सीजन प्लांट को चाहिए 24 घंटे बिजली
आजमगढ मंडलीय जिला अस्पताल में लग रहे आक्सीजन प्लांट को 24 घंटे बिजली चाहिए।

आजमगढ़, जेएनएन। मंडलीय जिला अस्पताल में लग रहे आक्सीजन प्लांट को 24 घंटे बिजली चाहिए। विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियरों ने सोमवार को स्थलीय निरीक्षण किया। रणनीति 15 दिनों में आक्सीजन का उत्पादन शुरू करने की है। एनएचआइ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा, जबकि डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) मशीन इंस्टाल कर 960 लीटर आक्सीजन का रोजाना उत्पादन करेगा। आक्सीजन उत्पादन की प्रगति जानने के लिए सीआरओ हरीशंकर के साथ गोरखपुर से आए मेडिकल विभाग की टीम ने प्रगति जानी। बताया चहारदीवारी बन चुका है। फाउंडेशन भी तैयार हो चुका है। डीआरओडीओ मशीन उपलब्ध कराएगा लेकिन प्लांट के लिए अलग से 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, जिससे संचालन में किसी प्रकार की बाधा न आए। उनके साथ एसडीएम सदर वागीश कुमार शुक्ला भी थे।

रोज भरे जा सकेंगे 120 जंबो सिलिंडर

सौ वर्ग मीटर भूमि में आक्सीजन प्लांट तैयार करना है। चूंकि आक्सीजन की दुश्वारियां किसी से छिपी नहीं है, लिहाजा सरकार ने वायुमंडल के हवा से आक्सीजन तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दी है। कार्यदायी संस्था एनएचआइ ने अपने गायत्री प्रोजेक्ट को जिम्मेदारी सौंपी है। दरअसल, गायत्री इस दिनों आजमगढ़ में नेशनल हाईवे बनाने का काम कर रही है। अधिकारियों ने भूमि का निरीक्षण कर लिया है। एक-दो दिनों में ही काम शुरू हो जाएगा।

जिले वासियों को मिलेगी संजीवनी

जिले में आक्सीजन की जबरदस्त किल्लत है। अधिकारियों के प्रयास के बावजूद मरीजों की सांसें अटक-अटक कर चल रही हैं। ऐसे में एलएमओ के बगैर शुद्ध आक्सीजन तैयार करना वाकई बड़ा निर्णय होगा। प्लांट के उत्पादन से मंडलीय अस्पताल की जरूरतें तो पूरी हो ही जाएंगी।

मेडिकल कालेज का पहले ही मिल चुकी सौगात

सरकार की आक्सीजन को लेकर शुरू जमीनी तैयारी मरीजों के लिए वाकई प्राणवायु बनेगी। राजकीय मेडिकल कॉलेज में दो आक्सीजन प्लांट लगाने पर काम करने के बाद सरकार ने मंडलीय अस्पताल को भी आक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की श्रेणी में ला खड़ा किया है। सरकार के निर्णय से जिला आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर जरूर होगा।

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