सोनभद्र में बाढ़ प्रभावित कई गांवों का जिलाधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण

जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने सोमवार को भारी बारिश के कारण बाढ़ की चपेट में आए कई गांवों का निरीक्षण किया। इस दौरान गांव से निकलकर सार्वजनिक स्थानों पर रह रहे ग्रामीणों को मिलने वाली सुविधा का जायजा लिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:18 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:18 PM (IST)
सोनभद्र में बाढ़ प्रभावित कई गांवों का जिलाधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण
भारी बारिश के कारण बाढ़ की चपेट में आए कई गांवों का निरीक्षण किया।

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने सोमवार को भारी बारिश के कारण बाढ़ की चपेट में आए कई गांवों का निरीक्षण किया। इस दौरान गांव से निकलकर सार्वजनिक स्थानों पर रह रहे ग्रामीणों को मिलने वाली सुविधा का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने राबर्ट्सगंज तहसील के राजस्व गांव ममुआ, हिंदुवारी, बेलन नदी, नई गांव, परसौना आदि गांवों का स्थलीय निरीक्षण किया।

स्थानीय लोगों से बात की और मौके पर मौजूद उप जिलाधिकारी सदर डा. कृपा शंकर पांडेय को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। श्री सिंह ने बाढ़ प्रभावित गांव ममुआ, हिन्दुवारी, नई गांव, परसौना आदि गांवों के लोगों के लिए तत्काल राहत व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधितों को दिया। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह बाढ़ से प्रभावित फसलों की क्षति, पशु हानि, जन हानि, मकान हानि आदि की रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत करें। जरूरतमंदों को जरूरत के मुताबिक भोजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिन गांवों में जल भराव की स्थिति है, वहां पर स्वास्थ्य विभाग ब्लीचिंग का छिड़काव कराने के साथ ही पेयजल के शुद्धीकरण के लिए ब्लीचिंग आदि का वितरण नागरिकों में किया जाए। ताकि जल भराव व बाढ़ की स्थिति में संचारी रोग पनपने न पाएं। उन्होंने नागरिकों से अपील किया है कि जिन रपटा अथवा पुलियों पर ओवर फ्लो करके पानी तेजी से बह रहा है। उन रपटा, पुलियों यानी बहाव वाले रास्तों से आना-जाना बन्द रखें। कहा कि जिले के सभी उप जिलाधिकारी जरूरत के मुताबिक नांव की व्यवस्था भी करें। जिले के सभी उप जिलाधिकारियों व तहसीलदारों को जिलाधिकारी ने आदेशित किया है कि जल भराव व बाढ़ से हुई नुकसानी के रिपोर्ट के आधार पर आपदा राहत मद से लोगों को राहत पहुंचायी जाए। राजस्व कर्मी, लेखपाल अपने-अपने क्षेत्रों में रहें और किसी भी प्रकार की जनहानि, पशु हानि न हो के संबंध में नागरिकों को जागरूक करें।

कंट्रोल रूम स्थापित : जिले में हो रही लगातार बरसात से उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम की स्थापना की है। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बरसात से बाढ़ के मद्देनजर जिला बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी है। जो 24 घंटे क्रियाशील है। बताया कि जिला बाढ़ राहत कंट्रोल रूम का टेलीफोन नम्बर-05444-222384 घंटे क्रियाशील है। बरसात से जल भराव, बाढ़ व बाढ़ से किसी भी प्रकार की मदद के लिए जिला बाढ़ राहत कंट्राेल रूम पर सीधा सम्पर्क किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि स्थानीय स्तर पर उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों से भी बाढ़ राहत के संबंध में किसी भी समय सम्पर्क करके जानकारी दी जा सकती है और राहत प्राप्त किया जा सकता है।

कई कच्चे मकान ढहे

सांगोबांध : भारी बारिश के कारण छत्तीसगढ़ सीमा से सटे सांगोबांध में शनिवार को सुरेंद्र प्रजापति पुत्र विश्वनाथ प्रजापति, भारत लाल पुत्र गोकुल प्रसाद, सीताराम पुत्र विश्वनाथ, कुसुम देवी पत्नी स्वर्गीय इंद्रदेव, मीना देवी पति कमलेश पनिका के कच्चे घरों ढह गए। इन कच्चे घरों में निवास करने वाले लोग बेघर होने की स्थिति में हो गए। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गोपाल प्रसाद ने इसकी सूचना क्षेत्रीय लेखपाल को दे दिया है। वहीं दूसरी ओर गुरमा स्थित अंडरग्राउड रेलवे पुलिया में जल जमाव के कारण तीसरे दिन भी जिला कारागार मुख्य मार्ग अवरुद्ध रहा। जिला कारागार के वाहनों समेत दर्जनों गांवों का आगमन बंद है।

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