वाराणसी में बोले जिलाधिकारी - 'पहले दें उपयोगिता प्रमाण पत्र, तभी बनेगी सीवर लाइन'
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने स्पष्ट आदेश किया है कि अब बिना उपयोगिता प्रमाणपत्र के रामनगर में कहीं भी सीवर लाइन नही बिछाई जाएगी। इसके अलावा पूर्व में स्वीकृत प्रस्तावों को भी उन्होंने तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का आदेश दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने स्पष्ट आदेश किया है कि अब बिना उपयोगिता प्रमाणपत्र के रामनगर में कहीं भी सीवर लाइन नही बिछाई जाएगी। इसके अलावा पूर्व में स्वीकृत प्रस्तावों को भी उन्होंने तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का आदेश दिया है। नगर पालिका के प्रभारी एडीएम प्रोटोकॉल बी सिंह ने इस आदेश का पत्र जारी किया है जो रामनगर पालिका परिषद को सौंप दिया गया है। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि रामनगर की भूमि समतल नही है।
ऐसे में किसी सक्षम एजेंसी या संस्था से टेक्निकल फ्लेक्सीबिलटी (तकनीकी उपयोगिता प्रमाणपत्र) लिए बिना किसी भी तरह का सीवर कार्य नही कराया जाएगा। कोई नया कार्य नहीं होगा और पूर्व में बने सभी कार्यो के प्रस्ताव तत्काल प्रभाव से रद किए जाते हैं। ऐसे में उन मुहल्लों के लिए आगामी कुछ महीने नारकीय साबित होने वाले हैं जहाँ सीवर की समस्या से पहले से ही लोग जूझ रहे हैं। बरसात का सीजन शुरू हो चुका है। निर्माण कार्य इस दौरान प्रभावित ही रहते है। जिलाधिकारी के इस आदेश के बाद फिलहाल किसी भी तरह के सीवर कार्य होने की संभावना नहीं है।
अब तक के कार्य से मिला सबक
यह सबक अब तक के कार्य से लिया गया है। रामनगर के कुछ इलाके में सीवर लाइन का कार्य हुआ तो मकानों के लेवल से ऊपर सीवर लाइन कार्य हुआ। इससे हालात और नारकीय हो गए। जांच चल रही है। बिछाई गई सीवर लाइन को उखाड़ने का आदेश भी हुआ है।
...तो नालों से जुड़ेगा एसटीपी
रामनगर में नमामि गंगे योजना से 10 एमएलडी क्षमता का एसटीपी लगा है। सीवर लाइन निर्माण पर रोक लगने से अब इस प्लांट को नालों से जोड़ा जाएगा। चूंकि नालों से ही इलाके के घरों का शौचालय जुड़ा है तो यह निर्णय गंगा निर्मलीकरण के लिए मुफीद माना जा रहा है।