यूपी: बलिया में राज्यमंत्री के सामने विवाद करने लगे भाजपा सांसद और विधायक, समर्थकों में गालीगलौज

बलिया कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित दिशा की बैठक में बुधवार को भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व विधायक सुरेंद्र सिंह के बीच विवाद के कारण स्थगित करनी पड़ीं। दोनों नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जमकर चला। विवाद बढ़ते देख मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल भी बैठक से निकल गए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 07:36 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 05:19 AM (IST)
यूपी: बलिया में राज्यमंत्री के सामने विवाद करने लगे भाजपा सांसद और विधायक, समर्थकों में गालीगलौज
बलिया कलेक्ट्रेट सभागार में दिशा की बैठक को संबोधित करते सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त।

बलिया, जेएनएन। कलेक्ट्रेट सभागार में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व विधायक सुरेंद्र सिंह भरी मीटिंग में ही आमने-सामने आ गए। हालात यहां तक पहुंच गया कि विधायक व सांसद समर्थकों में गाली-गलौज होने लगी। दोनों पक्ष के समर्थकों को उग्र होता देख शांति व्यवस्था के लिए भारी फोर्स बुलानी पड़ी। पुलिस ने दोनों ओर से समर्थकों को अलग किया। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा की बैठक में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से आधे घंटे तक वहां असहज  स्थिति बनी रही।

सूत्रों के अनुसार, बैठक में बिजली विभाग की समीक्षा हो रही थी। उसी दौरान विधायक सुरेंद्र सिंह कुछ बोलना चाह रहे थे लेकिन बैठक की अध्यक्षता कर रहे सांसद वीरेन्द्र मस्त ने उन्हें बोलने से दो बार रोक दिया। विधायक को यह नागवार लगा और कहा कि यहां बोलने के लिए ही आया हूं। कुछ देर झड़प हुई और मामला गाली तक पहुंंच गया। विधायक व सांसद समर्थकों में जमकर गाली गलौज हुई। हालात को उग्र होता देख डीएम-एसपी ने तत्काल फोर्स बुलाई और दोनों ओर से समर्थकों को अलग-अलग कर हालात को काबू  में किया।

विधायक को उग्र देख खिसके राज्यमंत्री

सांसद-विधायक में झड़प की शुरूआत जैसे ही हुई, बैठक में मौजूद राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल तत्काल  बाहर निकले और अपनी गाड़ी से वहां से चले गए। उनके जाने के बाद दोनों ओर से खूब वाद-विवाद का दौर चला। राज्यमंत्री का अचानक बाहर निकल कर जाना भी चर्चा का विषय बना रहा।

बैठक में जिसको चाहते हैं उसे बैठाते हैं, जिसमें अनाधिकृत लोग भी शामिल होते हैं

विधायक सुरेंद्र सिंह पत्रकारों से बातचीत में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा के अध्यक्ष सांसद मस्त पर मनमानी करने का आरोप लगाया। कहा कि बैठक में जिसको चाहते हैं उसे बैठाते हैं, जिसमें अनाधिकृत लोग भी शामिल होते हैं। यह बैठक के मानक का उल्लंघन है। किसी भी बैठक में बैठने वालों का एक मानक होता है। विधायक ने कहा कि इसी वजह से मैं बैठक का बहिष्कार कर बाहर आ गया। उन्होंने सांसद पर खेतों पर कब्जा करने का भी आरोप लगाया।

मेरे सामने किसी भी अधिकारी पर कोई अनैतिक दबाव बनाकर गलत काम नहीं करा सकता

सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि मेरे सामने किसी भी अधिकारी पर कोई अनैतिक दबाव बनाकर गलत काम नहीं करा सकता। विधायक मेरे सामने ऐसा कर रहे थे, जिस पर टोका तो विधायक नाराज हो गए। मनमानी के आरोप पर कहा कि किसी प्रकार की जानकारी के लिए अपने प्रतिनिधि को बैठाया था। सांसद ने कहा कि दिशा समिति की बैठक की  अध्यक्षता मैं आज से ही नहीं कर रहा हूं। विधायक यह नहीं सिखाएंगे कि चेयरमैन का क्या काम है।

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