वाराणसी में सितंबर में पूरा होगा खिड़किया घाट का विकास कार्य, 35.83 करोड़ से घाट का हो रहा पुनरूद्धार कार्य

दशाश्वमेध अस्सी घाट के बाद इस बार विकास का केंद्र खिड़किया घाट है। यहां 35.83 करोड़ से करीब 11.5 एकड़ एरिया में आधुनिकतम सुविधाओं का विकास होना है। जिसमें करीब 65 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है। घाट पर धर्म कला संस्कृति का मिलाप दिखेगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 10:31 AM (IST)
वाराणसी में सितंबर में पूरा होगा खिड़किया घाट का विकास कार्य, 35.83 करोड़ से घाट का हो रहा पुनरूद्धार कार्य
पर्यटन विकास के दृष्टिगत खिड़किया घाट पर पुनरूद्धार कार्य कराया जा रहा है।

वाराणसी, जेएनएन। पर्यटन विकास के दृष्टिगत खिड़किया घाट पर पुनरूद्धार कार्य कराया जा रहा है। 35.83 करोड़ रुपये से घाट पर आधुनिक सुविधाओं का विकास हो रहा है। कार्य को बारिश से पहले की खत्म करने का लक्ष्य लेकर किया जा रहा था लेकिन कोरोना काल में कार्य की धीमी गति ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हालांकि, सितंबर तक निर्माण कार्य हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए कार्यदायी कंपनी ने दिन-रात एक कर दिया है।

काशी के घाटों पर पर्यटकों का हुजूम उमड़े और यहां उनके लिए बेहतर सुविधाएं विकसित हों इसके लिए पयर्टन विभाग, नगर निगम समेत अन्य कई विभागों ने बुनियादी सुविधाओं के साथ वहां लक्जरी सुविधाओं के विकास का खाका तैयार किया है। दशाश्वमेध, अस्सी घाट के बाद इस बार विकास का केंद्र खिड़किया घाट है। यहां 35.83 करोड़ से करीब 11.5 एकड़ एरिया में आधुनिकतम सुविधाओं का विकास होना है। जिसमें करीब 65 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है। घाट पर धर्म, कला, संस्कृति का मिलाप दिखेगा। वहीं हेलिपैड की सुविधा भी यहां विकसित की जाएगी। करीब 11.5 एकड़ जमीन में से 1.6 एकड़ भूमि पर बहुउद्देशीय प्लेटफार्म बनने का काम शुरू हो गया है। यहां दो हेलिकाप्टर उतर सकते हैं। इस नये टूरिस्ट डेस्टिेशन को जल, थल व नभ तीनों से जोड़ा जाएगा। यहीं पर डेडिकेटेड ई-रिक्शा कॉरिडोर की भी कनेक्टिविटी दी जाएगी।

नए डेस्टिनेशन को सितम्बर तक तैयार कर दिया जाएगा ताकि बरसात होने से पहले पूरा खाका बन जाए। बहुउद्देशीय प्लेटफार्म पर बच्चों, बुर्जुगों व दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा का विकास किया जा रहा है ताकि उन्हें घाट से गंगा की तलहटी तक पहुंचने में आसानी हो। यहां पर्यटकों को गंगा स्रान की बेहतरीन सुविधा के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन व वाटर स्पोर्ट्स का मजा लेने के लिए टिकट बुकिंग व नाव व बजड़े की सुविधा मिलेगी। मार्निंग वॉक, व्यायाम के अलावा यहां लाइब्रेरी की भी सुविधा मिलेगी। इतना ही नहीं फूड प्लाजा, आरओ प्लांट के साथ ही शिल्प से जुड़े कारीगरों को स्थान दिया जाएगा जहां बनारस से जुड़े लकड़ी के खिलौने आदि मिलेंगे।

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