वाराणसी में बरसात के अंतिम दौर में डेंगू का बढ़ा खतरा, दो दर्जन लोग आए डेंगू की चपेट में Varanasi news

स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे संचारी रोगों जागरूकता अभियान पर शहर के हालात भारी पड़ गए।

By Edited By: Publish:Tue, 17 Sep 2019 01:31 AM (IST) Updated:Tue, 17 Sep 2019 07:51 AM (IST)
वाराणसी में बरसात के अंतिम दौर में डेंगू का बढ़ा खतरा, दो दर्जन लोग आए डेंगू की चपेट में Varanasi news
वाराणसी में बरसात के अंतिम दौर में डेंगू का बढ़ा खतरा, दो दर्जन लोग आए डेंगू की चपेट में Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे संचारी रोगों जागरूकता अभियान पर शहर के हालात भारी पड़ गए। सड़कों-गलियों में जलजमाव से बिगड़े हालात का अंदाजा इससे ही लगा सकते हैं कि चालू माह में 24 लोग डेंगू की चपेट में आए हैं। इनमें दो का पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल तो अन्य का निजी चिकित्सालयों में इलाज चल रहा है। आज मरीज सुरक्षा दिवस मनाएगा स्वास्थ्य विभाग वास्तव में डेंगू की पुष्टि जांच के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल का सीसीएच लैब अधिकृत है।

इसमें दस दिनों में की गई जांच में लगभग दो दर्जन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव है। हालांकि इनमें गाजीपुर समेत आसपास के जिलों के भी मरीज हैं लेकिन अधिक संख्या बनारस के लोगों की है। इनमें गांव व शहर दोनों के मरीज हैं। पिछले वर्ष के कटु अनुभव को देखते हुए प्रशासन ने इस बार संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए जागरूकता पर जोर दिया। सितंबर में तीसरा अभियान चलाया जा रहा है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जलकल, नगर निगम, शिक्षा समेत विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी देते हुए साझीदार बनाया गया है।

इसके तहत स्कूलों में बच्चों को डेंगू मच्छरों को न पनपने देने, उनसे बचाव समेत विभिन्न उपाय बताने और घर-घर जाकर कार्रवाई के दावे भी किए गए। इसके बाद भी जांच रिपोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग को सकते में ले आ दिया है। सोमवार को भी जांच में चार मरीजों के डेंगू पीड़ित होने की पुष्टि हुई। वहीं दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के मेडिकल वार्ड में बड़ागांव के खजुरी निवासी पृथ्वी पटेल व नंदगंज-गाजीपुर के वीरेंद्र विश्वकर्मा का भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

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