बलिया जिले में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मरीज, सीएमओ के पीड़ित होने के बाद जागा महकमा

डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं हर दिन दो या चार मरीज मिल रहे हैं। बुधवार को भी तीन नए मरीज मिले। इसे लेकर मरीजों की संख्या 80 हो गई है। नए मरीजों में दो शहर के निवासी हैं वहीं एक मरीज रेवती ब्लाक के छोटकी बेलहरी का है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 06:40 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 06:40 AM (IST)
बलिया जिले में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मरीज, सीएमओ के पीड़ित होने के बाद जागा महकमा
बलिया जिले में डेंगू के मामले भी बढ़ने लगे हैं।

बलिया, जागरण संवाददाता। बलिया जिले में डेंगू के मामले भी बढ़ने लगे हैं। हर दिन दो या चार मरीज मिल रहे हैं। बुधवार को भी तीन नए मरीज मिले। इसे लेकर मरीजों की संख्या 80 हो गई है। नए मरीजों में दो शहर के निवासी हैं, वहीं एक मरीज रेवती ब्लाक के छोटकी बेलहरी का है। बलिया में वर्ष 2020 में डेंगू के 123 मामले प्रकाश में आए थे। इस साल आंकड़ा पार न हो जाए, इसकी आशंका स्वास्थ्य विभाग जता रहा है। मंगलवार को सीएमओ डा. तन्मय कक्कड़ के भी डेंगू से पीड़ित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद वह अवकाश पर चले गए। जिला अस्पताल के ओपीडी में बैठने वाले चिकित्सक भी अलर्ट हो गए हैं। वे मानते हैं कि बलिया में जगह-जगह जलजमाव के चलते डेंगू के केस बढ़ रहे हैं। इससे कोई भी मोहल्ला सुरक्षित नहीं है। सुरक्षित रहकर बचा जा सकता है।

कहां कितने मरीज : शहरी क्षेत्र नगरपालिका बलिया में 26 मरीज हैं। इसी तरह रेवती नगर पंचायत में एक, नगरा नगर पंचायत में एक, हनुमानगंज ब्लाक में 15, दुबहड़ ब्लाक में नौ, बेरूआरबारी ब्लाक में चार, रेवती ब्लाक में पांच, चिलकहर ब्लाक में तीन, गड़वार ब्लाक में तीन, पंदह ब्लाक में तीन, रसड़ा ब्लाक एक, मनियर ब्लाक में दो, सोनवानी ब्लाक में एक, बांसडीह ब्लाक में चार और सोहांव ब्लाक में एक, बेलहरी ब्लाक में एक मरीज है।

कैसे होता है डेंगू : जिला अस्पताल के चिकित्सक डा. मिथिलेश सिंह ने बताया कि डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के महीनों यानी जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है। डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उसका खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर में चला जाता है। जब डेंगू वायरस वाला वह मच्छर किसी और इंसान को काटता है तो उससे वह वायरस उस इंसान के शरीर में पहुंच जाता है, जिससे वह डेंगू वायरस से पीड़ित हो जाता है।

डेंगू बुखार के लक्षण : ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार होता है। सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होता है। आंखों के पिछले हिस्से में दर्द शुरू होता है। कमजोरी लगना, भूख न लगना और जी मितलाना और मुंह का स्वाद खराब होना। गले में दर्द होना। शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल गुलाबी रंग के रैशेज होना। ये लक्षण दिखने पर मरीज को तत्काल जांच करानी चाहिए।

बोले अधिकारी :  बेलहरी में मंगलवार को मिले मरीज का प्लेटलेट्स केवल कम मिला है, बाकी के मरीजों का प्लेटलेस 80 हजार से अधिक है। सभी मरीज अपने घर पर रह कर ही दवा ले रहे हैं।  - सुनील कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी। 

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