Dengue in Varanasi : दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में पहले दिन भर्ती हुए डेंगू के तीन मरीज
राजकीय चिकित्सालय में डेंगू के रेफर मरीजों के लिए वार्ड शुरू करने के बाद सोमवार दोपहर बाद तक तीन मरीज पहुंचे। इनमें से दो बीएचयू हास्पिटल के रेफर मरीज थे। वहीं तीसरा डीडीयू का ही कर्मचारी था जिसे रेफरल सिस्टम को नजर अंदाज कर वार्ड में भर्ती कर लिया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। Dengue in Varanasi : दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में डेंगू के रेफर मरीजों के लिए वार्ड शुरू करने के बाद सोमवार दोपहर बाद तक तीन मरीज पहुंचे। इनमें से दो बीएचयू हास्पिटल के रेफर मरीज थे। वहीं तीसरा डीडीयू का ही कर्मचारी था, जिसे रेफरल सिस्टम को नजर अंदाज कर वार्ड में भर्ती कर लिया गया। तैयारियों का दावा तो खूब किया गया, लेकिन डेंगू के मरीजों के पहुंचने के एक घंटे बाद तक उन्हें मच्छरदानी नसीब नहीं हुई।
गाजीपुर निवासी विजय प्रकाश के स्वजन उन्हें लेकर पांच सितंबर की शाम बीएचयू हास्पिटल पहुंचे थे। राजभर स्ट्रेचर पर ही उन्हें रहना पड़ा। सुबह तक कोई बेड खाली नहीं हुआ। इस पर उन्हें डीडीयू के लिए रेफर किया गया। वहीं 74 वर्षीय रामजी को भी सीमित बेड का हवाला देते हुए डीडीयू भेजा गया। दोनों एंबुलेंस से दोपहर करीब 12:30 बजे इमरजेंसी वार्ड पहुंच गए। डाक्टरों ने जांच-पड़ताल कर उन्हें वार्ड में भर्ती कर लिया। वार्ड में बेड तो लगे थे और साफ-सफाई का भी प्रबंध था, लेकिन मच्छरदानी का प्रबंध भर्ती होने के एक घंटे बाद भी न हो पाया।
अपनों के लिए ताक पर नियम
डीडीयू हास्पिटल के सीएमएस डा. आरके सिंह ने दावा किया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर डेंगू वार्ड में केवल बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल के रेफर मरीजों को ही भर्ती लिया जाएगा। मगर दोपहर के समय वार्ड में अलग ही नजारा दिखा। हास्पिटल के टेक्निकल स्टाफ को सीधे भर्ती कर लिया गया। पूछने पर इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने कहा कि अपने हास्पिटल का स्टाफ मंडलीय हास्पिटल क्यों जाए, जब यहां व्यवस्था है।
तीन घरों में मिले लार्वा, मलेरिया विभाग ने थमाया नोटिस
डेंगू, मलेरिया आदि मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए नगरीय इलाकों लगातार एंटीलार्वल छिड़काव अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को भगवानपुर, छित्तुपुर, सामनेघाट, महेशनगर, मारुति नगर, गंगोत्री विहार, सुसुवाही, कंचनपुर, महामनापुरी कॉलोनी, भदैनी व लहरतारा में एंटीलार्वाल छिड़काव किया गया। सीएमओ डा. वीबी सिंह ने बताया कि 230 घरों में लार्वा खोज अभियान चलाया गया, जिसमें तीन घरों में लार्वा मिले। संबंधित लोगों को नोटिस देते हुए विभाग ने 24 घंटे में स्त्रोत नष्ट कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही गांव में सरैया, पिंडरा, ग्राम बढ़ैनी, भवानीपुर, समोगरा, असवालपुर में फागिंग कराई गयी। जनपद में इस वर्ष अभी तक 108 डेंगू के पुष्ट मरीज मिले हैं। वहीं 1413 संदिग्ध मरीज (एनएस-1) मरीज मिले हैं।