विंध्य कारिडोर के साथ ही विंध्याचल मंदिर को ट्रस्ट घोषित करने की शासन से मांग
मीरजापुर सेवा समिति के तत्वावधान में कार्यकर्ताओं ने विंध्याचल मंदिर में अव्यवस्था के खिलाफ कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर विरोध जताया। साथ ही विंध्य कारिडोर निर्माण के साथ ही विंध्याचल मंदिर को ट्रस्ट घोषित करने की शासन से मांग की।
मीरजापुर, जागरण संवाददाता। मीरजापुर सेवा समिति के तत्वावधान में कार्यकर्ताओं ने विंध्याचल मंदिर में अव्यवस्था के खिलाफ कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर विरोध जताया। साथ ही विंध्य कारिडोर निर्माण के साथ ही विंध्याचल मंदिर को ट्रस्ट घोषित करने की शासन से मांग की। इससे संबंधित मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन आयुक्त को सौंपा। कहा कि विंध्याचल के हित में उसे ट्रस्ट घोषित करना जरूरी हो गया है। साथ ही वहां अराजकता फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के साथ ही श्रद्धालुओं के हित में जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है।
समिति के संयोजक दिलीप गहरवार ने कहा कि जनपद में आदि शक्ति मां विंध्यवासिनी का त्रिकोण शक्तिपीठ स्थापित है। मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने के लिए प्रति वर्ष यहां हजारों लोग देशभर से आते हैं, लेकिन कुछ अराजकतत्वों के कारण बराबर उन्हें शर्मशार होना पड़ता है। मां के धाम में आए दर्शनार्थियों से दर्शन कराने, मां का पैर छूने और पूजा पाठ कराने के नाम पर लूटा जाता है। जो दर्शनार्थी उनका विरोध करता है कि उसके साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट करते हैं। पदाधिकारियों ने कहा कि दर्शन-पूजन को लेकर ही दो दिन पहले पंडा समाज से जुड़े कुछ लोगों ने एक दूसरे पंडा पर सरेआम जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस की उदासीनता से ऐसे अराजकतत्वों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
ऐसे में अब यहां श्रद्धालु आने से बचने लगे हैं। धार्मिेक आस्था को बचाना है तो वहां अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ शासन-प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी होगी। साथ ही ऐसे लोगों से श्रद्धालुओं को निजात दिलाने के लिए मंदिर काे ट्रस्ट के हवाले करना बहुत ही जरूरी हो गया है। इससे मंदिर परिसर में अराजकतत्वों का वर्चस्व खत्म होगा। उन्होेंने कहा कि वे 15 वर्षो से मंदिर को ट्रस्ट घोषित करने की मांग करते चले जा रहे हैं। अब समय आ गया है कि विंध्य कारिडोर निर्माण के साथ ही इसको ट्रस्ट घोषित कर दिया जाए, तभी इस समस्या से निजात मिलेगी। इस दौरान रामराज, रविंद्र श्रीवास्तव, सुनील पांडेय, जय प्रकाश, संजय गुप्ता, स्नेह सिंह, राजमणि दूबे, आदि शामिल रहे।