काढ़ा व भाप जैसे घरेलू नुस्खे से कोरोना को हराया, अपने अंदर हिम्मत और आत्‍म विश्‍वास रखना जरूरी

कोरोना के बढ़ते संक्रमण से जहां चहुंओर दहशत का माहौल है वहीं मानसिक रूप से मजबूत लोग बिना घबराए महज घरेलू नुस्खे से इस महामारी पर जीत हासिल कर रहे हैं। काढ़ा व भाप जैसे घरेलू नुस्खे से कोरोना को मात दे दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 07:30 AM (IST)
काढ़ा व भाप जैसे घरेलू नुस्खे से कोरोना को हराया, अपने अंदर हिम्मत और आत्‍म विश्‍वास रखना जरूरी
मानसिक रूप से मजबूत लोग बिना घबराए महज घरेलू नुस्खे से कोरोना महामारी पर जीत हासिल कर रहे हैं।

जौनपुर, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से जहां चहुंओर दहशत का माहौल है, वहीं मानसिक रूप से मजबूत लोग बिना घबराए महज घरेलू नुस्खे से इस महामारी पर जीत हासिल कर रहे हैं। बदलापुर कस्बा निवासी सभासद दिलीप जायसवाल की भाभी सोनल व भतीजे अनुराग ने तो काढ़ा व भाप जैसे घरेलू नुस्खे से कोरोना को मात दे दिया। दोनों ने कहा कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। घरेलू नुस्खे से आसानी से इस महामारी से बचा जा सकता है।

सोनल जायसवाल व अनुराग जायसवाल एक पखवारे पूर्व अस्वस्थ होने पर जांच कराई तो रिपोर्ट पाजिटिव आयी। इसके बाद दोनों होम आइसोलेशन में हो गए। दोनों का कहना है कि सीएचसी के डाक्टर मनीष यादव की सलाह पर दवाएं लेते रहे। साथ ही सुबह-दोपहर शाम काढ़ा का सेवन करने के साथ ही तीन बार सेंधा नमक व हल्दी का भाप भी लिया। योगा, प्रणायाम भी अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाकर नियमित करते रहे। जिसका परिणाम है कि आज पूरी तरह स्वस्थ हैं।

इसी प्रकार गौराबादशाहपुर कस्बा निवासी किराना व्यवसायी ओम प्रकाश साहू जुलाई 2020 में उस वक्त कोरोना पाजिटिव हो गए थे जब उनकी मां का निधन हो गया था और वह अंतिम संस्कार में शामिल होने रामघाट जौनपुर गए थे। वहां किसी के संपर्क में आने से वह कोरोना पाजिटिव हो गए। उन्होंने बताया कि उनको पहले लेवल वन हास्पिटल पूर्वांचल भेजा गया। जहां पर हालत बिगड़ने पर लेवल-2 हास्पिटल रेहटी ट्रांसफर कर दिया गया। कोरोना से लड़ाई में सर्वाधिक जरूरत अपने अंदर हिम्मत पैदा करने को वह मानते हैं। उन्होंने बताया कि जब वह हास्पिटल पहुंचे तो औरों को देखने के बाद उनके अंदर से कोरोना का डर एकदम निकल गया। इलाज के अलावा सुबह धूप में रोज एक घंटा बैठते थे व टहलते थे। इसका उन्हें आश्चर्यजनक फायदा मिला। उन्होंने लोगों से कहा है कि कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करें। यदि आप संक्रमित हो भी जाते हैं तो डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। जैसे ही आपके अंदर से डर निकलेगा वैसे ही आप देखेंगे कि आप ठीक होना शुरू हो गए।

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