वाराणसी में कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे में आई कमी, कम होने लगे संक्रमित मरीज
कोरोना के रोकथाम की कवायद का असर अब दिखाई देने लगा है। अभी तीन दिन पहले भी एक भी मरीज नहीं मिले थे। इसी क्रम में शनिवार को भी 5632 की रिपोर्ट आई। इसमें एक भी पाजिटिव नहीं मिले। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार सैंपलिंग की जा रही है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कोरोना संक्रमण के रोकथाम की कवायद का असर अब दिखाई देने लगा है। अभी तीन दिन पहले भी एक भी मरीज नहीं मिले थे। इसी क्रम में शनिवार को भी 5632 की रिपोर्ट आई। इसमें एक भी पाजिटिव नहीं मिले। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार सैंपलिंग की जा रही है। आरटीपीसीआर के लिए बीएचयू व मंडलीय अस्पताल में जांच के लिए भेजा जा रहा है।
जनपद के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहर के स्टेटिक बूथों, स्टेशनों एवं अन्य चिकित्सा इकाइयों पर शनिवार को 6838 कोरोना एंटीजन व आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए। इस क्रम में सीएचसी आराजीलाइन में 243 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 128 आरटीपीसीआर तथा 115 एंटीजन टेस्ट किए गए। सीएचसी चोलापुर में 278 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 139 आरटीपीसीआर तथा 139 एंटीजन टेस्ट किए गए। पीएचसी पिंडरा में 158 कोरोना टेस्ट किए गए जिसमें से 79 आरटीपीसीआर तथा 79 एंटीजन टेस्ट किए गए। पीएचसी चिरईगांव में 295 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 102 आरटीपीसीआर तथा 193 एंटीजन टेस्ट किए गए। पीएचसी हरहुआ में 164 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 82 आरटीपीसीआर व 82 एंटीजन टेस्ट किए गए। पीएचसी बड़ागांव में 311 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 164 आरटीपीसीआर तथा 147 एंटीजन टेस्ट किए गए। पीएचसी काशी विद्यापीठ में 231 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें से 119 आरटीपीसीआर तथा 112 एंटीजन टेस्ट किए गए।
पीएचसी सेवापुरी में 90 कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 90 आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए। इस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों में 1770 कोरोना जांच की गई। इसी के साथ फोकस सैंपलिंग अभियान के तहत सैलून, बार्बर, बुटीक, रैस्टोरेंट, ढाबा आदि से संबंधित व्यक्तियों की कोरोना जांच की गई। इसके तहत जिले के विभिन्न ग्रामीण व शहरी स्थानों से 2392 सैंपल एकत्रित किए गए। इसमें से 969 एंटीजन व 1423 आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए। वहीं कई दिनों से कोरोना के कारण मौत के भी मामले सामने नहीं आने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।