देवदीपावली : राजघाट पर लेजर शो, अस्सी तक 16 घाटों पर नृत्य-संगीत, हो रही तैयारी

काशी के अनूठे जलोत्सव को लेकर शासन स्तर तक बढ़ी सक्रियता का ही असर कहेंगे कि इस दिन धर्म, पर्यटन नगरी अनोखे अहसास से परिचित होने जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 02:36 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 04:58 PM (IST)
देवदीपावली : राजघाट पर लेजर शो, अस्सी तक 16 घाटों पर नृत्य-संगीत, हो रही तैयारी
देवदीपावली : राजघाट पर लेजर शो, अस्सी तक 16 घाटों पर नृत्य-संगीत, हो रही तैयारी

वाराणसी, (जेएनएन) : काशी के अनूठे जलोत्सव को लेकर शासन स्तर तक बढ़ी सक्रियता का ही असर कहेंगे कि इस दिन धर्म-पर्यटन नगरी अनूठे अहसास से भी परिचित होने जा रही है। यह गंगा की लहरों पर लेजर शो के रूप में होगा जिसमें राष्ट्र धर्म व गंगा का मर्म दिखाया जाएगा। इसमें शहर बनारस और देवाधिदेव महादेव भी होंगे। इसका राजघाट पर प्रदर्शन किया जाएगा जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देवदीपावली उत्सव दर्शन का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा अस्सी तक के 16 घाटों पर गीत-संगीत गूंजेगा जो इस नगर की खासियतों का दर्शन कराएगा। इसके लिए संस्कृति विभाग की ओर से दस घाटों का चयन किया जा चुका है। घाटवार संस्थाओं व कलाकार दलों की इसकी जिम्मेदारी भी दी जा चुकी है।

हालांकि ये तो सरकारी सांगीतिक आयोजन होंगे लेकिन दशाश्वमेध, शीतलाघाट समेत गंगा के अन्य कई घाटों पर संस्थाओं की ओर से संगीत प्रस्तुतियां होती ही रहती हैं। क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र प्रमुख जयवीर सिंह राठौर के अनुसार लेजर शो की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है। नृत्य संगीत का इंतजाम संस्कृति विभाग उन घाटों पर कर रहा है जहां जन आवागमन न बाधित हो। मणियों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को लेकर अधिक जोर है। दो कलाकार, 40 मिनट : संस्कृति विभाग की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए ऐसे घाटों को चुना गया है जिन पर ऐसे आयोजन नहीं होते हैं। इस पर कम से कम दो कलाकार 40 मिनट में नृत्य-संगीत-वाद्य कला का प्रदर्शन करेंगे।

इन घाटों पर सजेगी सरकारी संगीत महफिल : तेलियानाला, नंदेश्वर, त्रिलोचन, बद्रीनारायण, हनुमानगढ़ी, गंगा महल, मणिकर्णिका के पास, मीरघाट, दरभंगा, भैरवी, राजाघाट, चौकीघाट, मानसरोवर घाट, महानिर्वाणी घाट, निषादराज घाट और समापन स्थल अस्सी घाट।

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